चालबाज चीन को सबक सिखाने के मूड में भारत, ईंट का जवाब पत्थर से देने की तैयारी
वैसे भी चीन अभी कोरोना को लेकर पूरी दुनिया के सामने विलेन बना हुआ है
डेस्क: भारत व चीन के बीच लगातार बढ़ रहा तनाव ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगातार ये दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वह हमसे ताकतवर है.
लेकिन, शायद वह 3 साल पहले ही डोकलाम को लेकर हुए गतिरोध को भूल गया है जब उसे भारतीय सेना ने पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था. चीन को सबक सिखाने के लिए भारत ने भी एलएसी पर अपनी सैनिकों की संख्या को बढ़ाना शुरू कर दिया है.
मोदी सरकार ने पहले ही साफ कह दिया है कि भारत किसी भी कीमत पर चीन के सामने झुकने वाला नहीं है और उसकी हर हरकत का माकूल जवाब दिया जाएगा. दरअसल, चीन की चालबाजी को भारत अच्छी तरह समझ गया है. आज के समय में भारत ईंट का जवाब पत्थर से देना जानता है. भारत की सैन्य ताकत किसी भी कीमत पर चीन से कम नहीं है.
सीमा पर बढ़े रहे इस तनाव को ख़त्म करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर दोनों ओर से सैन्य कमांडर के साथ बातचीत चल रही है, लेकिन मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. राजनीतिक स्तर पर भी विवाद को शांत करने के लिए बातचीत का दौर जारी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.जानकारों की मानें तो ये तनाव ख़त्म होने वाला नहीं है.
ये डोकलाम की तरह लंबा खींच सकता है. दोनों देश एलएसी पर अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ा रहे हैं, जिससे स्थिति दिनोंदिन ख़राब होती जा रही है. भारत ने सीमा पर अपनी गस्त को और भी आक्रामक कर दिया है, जिससे चीन की हवा और भी टाइट हो गई हैं. वैसे भी चीन अभी कोरोना को लेकर पूरी दुनिया के सामने विलेन बना हुआ है. अमेरिका के साथ भी उसकी तनातनी लगातार जारी है. कई देश उसके खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं. ऐसे में भारत के साथ विवाद चीन को बहुत भारी पड़ने वाला है.