‘दिल को छू लेने वाली कार्रवाई…’ : किरेन रिजिजू ने की CJI चंद्रचूड़ की तारीफ़
डेस्क: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश जारी करने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ की प्रशंसा की, जिसमें ‘राइटर्स क्रैम्प’ से पीड़ित एक उम्मीदवार को यूकेपीएससी की अपनी प्रारंभिक परीक्षा के दौरान एक व्यक्ति की मदद लेने की इजाजत दी थी।
बता दें कि ‘राइटर्स क्रैम्प’ एक ऐसी स्थिति है जिसमें हाथ की मांसपेशियों की ऐंठन होती है जिससे किसी व्यक्ति की लिखने की क्षमता प्रभावित होती है।
रिजिजू ने ट्वीट किया, “माननीय मुख्य न्यायाधीश डॉ. डी वाई चंद्रचूड़ की यह दिल को छू लेने वाली कार्रवाई है। एक दिव्यांग उम्मीदवार के लिए बड़ी राहत है, जिसने उत्तराखंड में न्यायिक सेवा परीक्षा के लिए लेखक की मांग की थी।”
केंद्रीय मंत्री ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाले उम्मीदवार के वकील द्वारा पोस्ट किए गए एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा, एक योग्य व्यक्ति को समय पर न्याय मिलना बहुत संतोषजनक है।
SC ने धनंजय कुमार के हित में जारी किया निर्देश
उम्मीदवार धनंजय कुमार ने यह कहते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) से एक लेखक के लिए उनका अनुरोध परीक्षा के निर्धारित दिन से कुछ दिन पहले 20 अप्रैल को खारिज कर दिया गया था।
जिसके बाद मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की पीठ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) और उत्तराखंड सरकार को नोटिस जारी किया। नोटिस में सवाल किया गया था कि धनंजय कुमार के लेखक के अनुरोध को क्यों खारिज कर दिया गया और उन्हें 12 मई तक जवाब देने का निर्देश दिया गया।
पीठ ने कहा, “हम उत्तराखंड लोक सेवा आयोग, जो परीक्षा आयोजित करने के प्रभारी हैं, को एक अंतरिम निर्देश जारी कर यह सुनिश्चित करने का आदेश देते हैं कि याचिकाकर्ता को आगामी परीक्षा के लिए एक लेखक उपलब्ध कराया जाए।”