बिहार डेस्क: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) में सिनेट की बैठक आयोजित की गयी। जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने की। सिनेट की यह बैठक सिण्डीकेट के चुनाव के लिए अलग से आयोजित की गयी। दिसम्बर 2019 में सिनेट की बैठक हुई थी। जिसमें विश्वविद्यालय का वार्षिक बजट पास किया गया था। विश्वविद्यालय के नियम के अनुरूप वर्ष में दो बार सिनेट की बैठक आहुत करने का प्रावधान है, लेकिन व्यवहारिक तौर पर सिण्डीकेट का चुनाव भी एक ही बैठक में सम्पन्न करा लेने की परम्परा रही है। जिससे विश्वविद्यालय पर वित्तीय भार कम पड़ता था।
कुलपति के कार्यकाल के अंतिम दिनों में हुई इस बैठक को लेकर कई तरह की चर्चायें हो रही थी। लेकिन ठीक इसके विपरीत शांतिपूर्ण रूप से बैठक सम्पन्न हो गयी और चुनाव भी हुआ। समाचार लिखे जाने तक सभी चुनाव परिणाम नहीं आये हैं। अब तक मिले परिणाम में डॉ. प्रेम मोहन मिश्रा, डॉ. अशोक कुमार मेहता, डॉ. दयानन्द पासवान, विधायक फैयाज अहमद, इम्बेशात शौकत और डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू सिण्डीकेट सदस्य के रूप में चुने गये हैं।
चुनाव से पहले शुरूआती दौड़ में कुलपति ने मिथिला की संस्कृति पर चर्चा करते हुए कहा कि यहां के गरिमामय परम्परा से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला। इसके लिए उन्होंने यहां के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। कुलपति ने अपने उद्बोधन में प्रतिवर्ष दीक्षांत समारोह आयोजित करने, सत्र नियमित करने एवं शिक्षा के स्तर में सुधार और विकास के कार्यों का ब्यौरेबार जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इंडियन यूनिवर्सिटी रैंकिंग में यह विश्वविद्यालय बिहार का प्रथम स्थान प्राप्त किया जो निश्चित रूप से आप सबों के परिश्रम का फल है।
वहीं कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय मूलत: छात्रों, शिक्षकों तथा कर्मचारियों के एक अनूठे हार के समान है। बैठक में अभिषद् सदस्य प्रो. विनोद कुमार चौधरी, विधान पार्षद सह अभिषद् सदस्य डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, अधिषद् सदस्य डॉ. हरि नारायण सिंह, विधायक सह अभिषद् सदस्य संजय सरावगी, अभिषद् सदस्य डॉ. इन्द्र कुमार राय, अभिषद् सदस्य प्रो. विजय मिश्र और अभिषद् सदस्य डॉ. अनिल कुमार मंडल ने आवंटित प्रस्ताव को पटल पर रखा।
बैठक में प्रति-कुलपति प्रो. जय गोपाल, डीएसडब्ल्यु प्रो. रतन कुमार चौधरी, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय सहित संबंधित सदस्यगण मौजूद थे।