साहित्य

साहित्यिक संस्था “कलम की खनक” द्वारा आयोजित ऑनलाइन काव्य पाठ प्रतियोगिता में मधुबनी के विजय कुमार यादव ने मारी बाजी

डेस्क: पिछले 2 वर्षों से महामारी की स्थिति को देखते हुए लगभग सभी काम ऑनलाइन हो रहे हैं। बच्चों के ट्यूशन से लेकर स्कूल के साथ-साथ कई प्रकार की प्रतियोगिता भी ऑनलाइन ही कराए जा रहे हैं। इसी दौरान साहित्यिक संस्था “कलम की खनक” ने भी अखिल भारतीय स्तर पर ऑनलाइन काव्य पाठ प्रतियोगिता की घोषणा की थी।

इस प्रतियोगिता का आयोजन पिछले 3 महीनों से यूट्यूब के माध्यम से किया जा रहा था। इसमें देशभर के 100 से भी अधिक कवियों एवं कवियत्रियों ने भाग लिया था। साहित्यिक संस्था “कलम की खनक” द्वारा यह तय किया गया था कि यूट्यूब पर डाले गए वीडियो के व्यू, लाइक और कमेंट के आधार पर विजेता का निर्णय किया जाएगा।

विजेता की हुई घोषणा

3 महीने तक चलने वाले इस काव्य पाठ प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा 3 अगस्त को कर दी गई। इसी के साथ 3 माह से चल रहे पाठ प्रतियोगिता का समापन हो गया। विजेता की घोषणा श्रोताओं के व्यू लाइक और कमेंट के आधार पर किया गया।

ऑनलाइन काव्यपाठ प्रतियोगिता में बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले युवा व नवोदित कवि विजय कुमार यादव ने बाजी मार ली। अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के दम पर वह प्रथम स्थान पर रहे। बिजय की कविता “आओ भारतवासी मिलकर देश का नाम निर्माण करें” को श्रोताओं द्वारा काफी पसंद किया गया।

5000 से अधिक लोगों ने किया पसंद

देश भर से 5000 से भी अधिक लोगों ने इस वीडियो पर लाइक और कमेंट किया। इस आधार पर विजय कुमार को विजेता घोषित किया गया। बता दें कि विजय कुमार इसी साहित्यिक संस्था द्वारा आयोजित काव्य पाठ प्रतियोगिता के प्रथम चरण के भी विजेता रह चुके हैं।

1000 से अधिक लोगों ने उठाया प्रतियोगिता का आनंद

यूट्यूब के माध्यम से “कलम की खनक” मंच द्वारा आयोजित किए गए काव्य पाठ प्रतियोगिता का आनंद देश भर के हजारों काव्य प्रेमियों ने उठाया साथ ही कईयों ने इसमें सक्रिय भागीदारी भी निभाई। इसी के साथ छत्तीसगढ़ की नीता गुप्ता इस प्रतियोगिता की रनर अप रही। उनकी कविता “सास बहू” को 4000 से भी अधिक लोगों ने पसंद किया।

समापन के अवसर पर किया गया काव्य गोष्ठी का आयोजन

विजेताओं की घोषणा वरिष्ठ साहित्यकार व कवि एवं पूर्वोत्तर में हिंदी साहित्य के इतिहास को करीब से जानने वाले पंकज मिश्रा “अटल” ने की। काव्यपाठ प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर देश भर के सभी प्रतिभागियों को साथ लेकर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे, राजकुमारी शर्मा, विजय कुमार यादव के साथ कई अन्य कवियों ने भी हिस्सा लिया।

इस काव्य गोष्ठी का आयोजन जूम ऐप के माध्यम से किया गया था। गोष्ठी के अंत में धन्यवाद ज्ञापन आसनसोल की रहने वाली संस्था की बंगाल शाखा की सचिव संगीत विद्या ने किया। साहित्यिक संस्था “कलम की खनक” के संस्थापक एवं संयोजिका कनक लता जैन ने सभी विजेताओं को बधाई दी और उज्जवल भविष्य की कामना की। उनका कहना है कि इस तरह के आयोजन वे आगे भी करते रहेंगे ताकि पूर्वोत्तर भारत में राजभाषा हिंदी का प्रचार-प्रसार अच्छे से होता रहे।

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