ममता बनर्जी की पुरानी आदत है वह संविधान को नहीं मानती: शुभेंदु अधिकारी
डेस्क: 29 मई शनिवार के दिन दोपहर के 3:00 बजे ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस मैं उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा क्यों उन को अपमानित करने की कोशिश की जा रही है।
दरअसल सोशल मीडिया पर दिखाए जा रहे खाली कुर्सियों की तस्वीर को केंद्रित करते हुए ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल खाली कुर्सियों की तस्वीर को दिखा रही है। ममता बनर्जी और उनके चीफ सेक्रेटरी के सिर झुकाकर काफी देर तक प्रधानमंत्री से बात करने की तस्वीर मीडिया में नहीं दिखाई जा रही।
शुभेंदु ने ममता पर साधा निशाना
ठीक उसी के बाद शाम 4:00 बजे पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया।
Also Read: 1 जून के बाद भी इन राज्यों में जारी रहेगा लॉकडाउन, कड़ाई से पालन होगा लॉकडाऊन
उन्होंने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह संविधान को नहीं मानती है। वह बंगाल को एक अलग देश समझती है और खुद को यहां का प्रधानमंत्री मानती है। अधिकारी ने ममता बनर्जी को अपनी यह मानसिकता बदलने की नसीहत भी दी।
शुभेंदु अधिकारी के अनुसार चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री के समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने काफी देर तक प्रधानमंत्री का इंतजार करवाया। उसके बाद 1 मिनट के लिए आई और कागज जमा कर दीघा में कार्यक्रम होने की बात कह कर चलती बनी।
प्रधानमंत्री का किया अपमान
शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि इस तरह से देश के प्रधानमंत्री का अपमान आज तक किसी ने नहीं किया था। यहां तक कि मुख्य सचिव अलापन बनर्जी को भी वह अपने साथ ले गई। उन्हें प्रधानमंत्री का इस तरह अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है।
इसके बाद अधिकारी ने केंद्र सरकार द्वारा मुख्य सचिव के तबादले संबंधी निर्देश को सही बताते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री का आगमन हुआ उस वक्त मुख्य सचिव को होना चाहिए था लेकिन वह नहीं थे। उन्होंने पीएम को इंतजार करवाया5। इसलिए केंद्र द्वारा लिया गया उनके तबादले का निर्देश बिल्कुल सही है।
Also Read: ‘यास’ के लिए केंद्र से मिलने वाले राहत पर बंगाल में सियासत गर्म
ममता को शुभेंदु कि चेतावनी
इसके बाद उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के तौर पर हुआ उन्हें अपना मुख्यमंत्री मानते हैं और उनका सम्मान भी करते हैं। जनता के हित में यदि साथ मिलकर ही काम करना पड़ा तो वह हमेशा साथ देने के लिए तैयार हैं। लेकिन जिस तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री का अपमान किया, इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उन्होंने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अंतिम समय पर सूचना देने का मुख्यमंत्री का दावा बिल्कुल गलत है। उड़ीसा का हाल बताते हुए शुभेंदु ने कहां की उड़ीसा में प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया वहां भी नेता प्रतिपक्ष को बैठक में बुलाया गया था लेकिन नवीन पटनायक ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई।
Also Read: जानिए क्या होगा अगर एक टीका कोविशील्ड और दूसरा टीका कोवैक्सीन का लगे?
उनके अनुसार बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया था लेकिन दिल्ली में होने की वजह से वह उपस्थित नहीं हो सके। ऐसे में उन्होंने ममता बनर्जी पर सवार उठाया है कि आखिर मेरे बैठक में उपस्थित होने से ममता बनर्जी को समस्या क्यों है?