पश्चिम बंगाल

ममता के मंत्री फिरहाद ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन को बताया कोरोना स्पेशल ट्रेन

ममता के मंत्री के विवादित बोल : भाजपा बंगाल में ला रही कोरोना

डेस्क: पश्चिम बंगाल सरकार में फिरहाद हकीम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद सबसे कद्दावर मंत्री हैं. उनके पास शहरी विकास मंत्रालय, नगर निकाय मामलों के मंत्रालय हैं. साथ ही वह कोलकाता के मेयर थे. फिलहाल नगर निगम की मियाद खत्म होने के बाद अब वह निगम के प्रशासक के तौर पर कमान संभाले हुए हैं. उन्हें ममता बनर्जी का सबसे करीबी नेता माना जाता हैं.

उन्होंने शुक्रवार को यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया है कि राज्य में ट्रेनों के जरिये कोरोना वायरस को लाया जा रहा है और ऐसा भाजपा कर रही है. वो भी अपना अपमान छुपाने के लिए. उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण बंगाल में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है.
उनका कहना था कि भाजपा शासित राज्य गुजरात और उत्तर प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या ज्यादा है. इसीलिए अपना अपमान छिपाने के लिए भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में भी कोरोना वायरस को प्रवेश करवा रही है.

इसके साथ ही उन्होंने प्रवासी मजदूरों को घर भेजने लिए चलायी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कोरोना फैलाने वाली ट्रेन कह कर मामले को और तुल पकड़ा दिया. उनका कहना है कि उन ट्रेनों से राज्य में कोरोना वायरस भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि देश के अन्य राज्य की तरह बंगाल में भी कोरोना के मामले बढ़े. इसलिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लाखों प्रवासी मजदूरों को बंगाल में घुसाया जा रहा है.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर कटाक्ष करते हुए हकीम ने कहा कि 29 तारीख को जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन शिथिल करने की घोषणा की थी, तब उन्होंने सवाल खड़ा किया था. उसके ठीक दूसरे दिन केंद्र सरकार ने भी लॉकडाउन को शिथिल करने की घोषणा कर दी, तब उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकला. इसके अलावा लॉकडाउन के समय हुगली के तेलिनीपाड़ा में हुए दंगों का जिक्र करते हुए फिरहाद हकीम ने कहा कि इस मामले में भी भाजपा ने जम कर दुष्प्रचार किया था.

पाकिस्तान में हिंदू विरोधी वीडियो को तेलिनीपाड़ा का बता कर सोशल साइट पर फैलाया था. जिन लोगों ने ऐसा किया था, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल को कभी भी उत्तर प्रदेश या गुजरात नहीं बनने दिया जायेगा.

उन्होंने भाजपा शासित राज्य पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात सबसे खराब स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में प्रति 10 लाख व्यक्ति पर मौत की दर केवल 3.42 फीसदी है. राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 4.28 फीसदी है. बंगाल में प्रति 10 लाख व्यक्ति पर केवल 35.09 फीसदी लोग चिकित्साधीन हैं. पूरे देश में यह संख्या 69.10 प्रतिशत है.

उन्होंने इस दौरान केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाबुल ने महानगर के एक अस्पताल की वायरल वीडियो को सोशल मिडिया पर डाल कर राज्य सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन उनको यह मालूम ही नहीं कि मौत के चार घंटे के बाद मृतक का डेथ सर्टिफिकेट जारी किया जाता है और शव को मॉर्ग में भेजा जाता है. उन्होंने कहा कि गुजरात के अहमदाबाद अस्पताल से भी एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में कोविड अस्पताल की दुर्दशा देखी गयी थी.

कोलकाता के पूर्व मेयर व मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि संक्रमण के मामले में भी बंगाल के अन्य राज्यों की तुलना में बंगाल बहुत पीछे है. राज्य में प्रति 10 लाख लोगों में 35.09 लोग संक्रमित हो रहे हैं, जबकि देश में 79.01 फीसदी लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं.

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