विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी ममता को मिलेगा प्रशांत किशोर का साथ
डेस्क: 2021 के विधानसभा चुनाव के पहले बंगाल में परिवर्तन की लहर देखने को मिल रही थी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस इस बार के विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर जा सकती है। लेकिन प्रशांत किशोर के अचूक रणनीति की सहायता से वह बहुमत से जीतकर पुनः मुख्यमंत्री बनी।
संत किशोर की कंपनी इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमिटी (आई-पैक) का ही कमाल है कि ममता बनर्जी की पार्टी भारतीय जनता पार्टी जिसने पार्टी से मिलने वाले कोई टक्कर के बावजूद बहुमत से जीत सकी। इसीलिए ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर के साथ किए गए करार को 5 सालों के लिए आगे बढ़ा दिया है।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद ममता बनर्जी जनता पार्टी के पीछे चल रही थी। लेकिन प्रशांत किशोर की बेहतरीन रणनीति के कारण वह पुनः सत्ता हासिल कर सकी। अब वह 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।
यही वजह है कि उन्होंने प्रशांत किशोर को अपने साथ बनाए रखने का फैसला लिया है। बता दे प्रशांत किशोर ने कई अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम किया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के लिए काम किया था।
इसके अलावा 2015 में एनडीए महागठबंधन तथा 2020 में आम आदमी पार्टी सहित कई अन्य दलों के लिए वह काम कर चुके हैं। 2021 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने टीम की मदद से पश्चिम बंगाल में एक ऐसा माहौल बनाया था कि उनकी रणनीति के सामने बीजेपी चारों खाने चित हो गई।