इस देश ने पहले ही चीन में भेज दिए थे जासूस, 20 दिन में कोरोना को किया कंट्रोल
दक्षिण कोरिया ने WHO की बातों पर भी नहीं किया भरोसा
डेस्क: दुनिया के अधिकतर देश कोरोना वायरस (Coronavirus) महा’मारी से बुरी तरह प्रभावित है. दुनियाभर में लॉकडाउन है और सब कुछ ठप्प पड़ा है. लेकिन इन सभी के बीच एक सबसे चालाक और समझदार देश है. जिसने खतरे को भांपने में जरा भी देरी नहीं की. अपने नागरिकों को बचाने के लिए किसी भी एजेंसी या देश पर भरोसा नहीं किया और अपने लाखों नागरिकों को मरने से बचा लिया. लगभग 5.16 करोड़ की आबादी वाले देश में मात्र 10,694 लोग ही वायरस की चपेट में आए. उनमे से भी ज्यादातर ठीक हो गए हैं.
पहले ही चीन में जासूस भेज दिए थे
ज्ञात हो कि दक्षिण कोरिया सबसे चालाक देश साबित हुआ है. खबरों के अनुसार दक्षिण कोरिया ने जैसे ही चीन में कोरोना वायरस की पहली खबर सुनी तभी चौकन्ना हो गया था. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि दक्षिण कोरिया ने कोरोना वायरस संक्रमण पर चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के किसी भी बयान पर भरोसा नहीं किया. आंकड़े छुपाना चीन की पुरानी आदत है. ऐसे में कोरिया ने संक्रमण की सटीक जानकारी लेने के लिए अपने वैज्ञानिक जासूसों को वुहान शहर भेजा. वहां के अस्पतालों में कोरियन जासूसों ने वायरस से जुड़ी सभी जानकारियां इकट्ठा की. इसके बाद रोकथाम की रणनीति तैयार कर ली गई.
दक्षिण कोरिया ने WHO की बातों पर भी नहीं किया भरोसा
जानकारों का कहना है कि दक्षिण कोरिया ने कोरोना वायरस संक्रमण पर WHO की बातों पर भी भरोसा नहीं किया. WHO ने बयान दिया था कि कोरोना वायरस इंसानों में नहीं फैल रहा. लेकिन कोरिया के जासूसों ने वुहान से पहले ही पुष्टि कर दी थी कि ये वायरस एक से दूसरे इंसान में फैल रहा है और चीनी सरकार इसे छुपा रही है. कोरिया ने WHO को बातों में उलझाकर रखा और बचाव के लिए जांच किट और अस्पताल तैयार करना शुरू कर दिया.
कोरोना को कंट्रोल कर लिया मात्रा 20 दिन में
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस का पहला मामला 20 को सामने आया था. लेकिन सरकार की मुस्तैदी की वजह से मात्र 20 दिनों के भीतर ही इसे कंट्रोल में कर लिया गया. 29 फरवरी को कोरिया में सबसे ज्यादा मामले आए. लेकिन उसके बाद कोरोना वायरस के मामलों में कमी आना शुरू हो गया.
दक्षिण कोरिया सरकार ने बिना देर किए अपने बड़ी कंपनियों को बचाव के उपकरण बनाने को कहा.दक्षिण कोरिया के हर नागरिक को मोबाइल ऐप के जरिए जोड़ा और बचाव की जानकारियां उपलब्ध कराई. साथ ही संक्रमित लोगों की जल्द से जल्द मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई. कोरिया सरकार ने हर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को ट्रैक किया और संभावित लोगों को भी संक्रमण से बचा लिया.