ज्ञानवापी मामले में JDU के नेता का बयान, बोले- ज्ञानवापी में मस्जिद था, है और रहेगा
डेस्क: ज्ञानवापी मामले को लेकर चल रही राजनीति धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। अब इसका असर बिहार की राजनीति में भी दिखने लगी है। बिहार में ज्ञानवापी मामले को राजनीति में घसीटने की शुरुआत सत्तारुढ़ दल JDU ने किया। JDU के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सलीम परवेज ने यह दावा किया है कि ज्ञानवापी में मस्जिद था, मस्जिद है और मस्जिद रहेगा।
इन मुद्दों से बढ़ता है हिन्दू मुस्लिम में तनाव
उनके अनुसार इस तरह के मुद्दों को उठाने वाले केवल हिन्दू मुस्लिम में तनाव बढाना चाहते हैं। JDU के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और विधान परिषद के पूर्व उप सभापति सलीम परवेज ने कहा कि जब तक बिहार में नीतीश कुमारहैं, तब तक बिहार के प्रत्येक मदरसा, मस्जिद और कब्रिस्तान महफूज है। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के रहते बिहार में अल्पसंख्यकों के साथ कुछ गलत नहीं होगा।
26 साल पहले भी हुआ था सर्वे
ज्ञानवापी परिसर में पर्याप्त सर्वे किए गए और रिपोर्ट को कोर्ट में पेश किया गया। अब सभी कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। ज्ञात हो कि यह पहली बार नहीं था जब ज्ञानवापी में सर्वे किया गया हो। 26 साल पहले भी ऐसा ही एक सर्वे ज्ञानवापी में किया गया था। उस सर्वे के अनुसार इस दौरान भी मस्जिद के अंदर मंदिर के अवशेष बरामद हुए थे। लेकिन वह सर्वे केवल एक दिन ही चल सका था।
1 दिन के सर्वे में हुए थे कई खुलासे
30 जुलाई 1996 को ज्ञानवापी में किए गए 1 दिन के सर्वे में ज्ञानवापी के विवादित ढांचे के पूरब में एक बड़ा चबूतरा और पश्चिम में मंदिर के भग्नावशेष पाए गए। इसके अलावा गणेश और गौरी का मंदिर भी पाया गया। ज्ञानवापी परिसर के दक्षिण में स्थित चबूतरे के नीचे एक तहखाना भी पाया गया था जिसकी चाभी अधिकारियों को नहीं दी गई थी।