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‘नर्स डे’ पर स्वाति की खूब हो रही तारीफ, वीडियो देख आप भी ठोकेंगे सैलूट

डेस्क: कोविड से लड़ाई में सबसे पहली पंक्ति में कोई है तो वह है हमारी नर्स। इन नर्सों की बदौलत ही कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की जिंदगी बचाई जा पा रही है।

इनकी निष्ठा, ईमानदारी और त्याग को पूरा जग सलाम कर रहा है। अपने परिवार से महीनों दूर रह कर इस महामारी काल में लोगों की जान बचा रही हैं।

हमारे देश की नर्स एक से एक मानवता का उदाहरण पेश कर रही हैं। आइये नर्स दिवस पर ऐसी ही एक नर्स की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करें।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में रेलवे अस्पताल में काम करनेवाली इस नर्स का नाम स्वाति है। स्वाति ने वह कर दिखाया, जिसके बारे में न किसी सरकार ने, न किसी अस्पताल प्रशासन ने कभी विचार किया।

स्वाति ने अपने काम के दौरान खाली समय में ऑनलाइन क्लास लेकर मूकबधिर मरीजों की बात समझने के लिए साइन लैंग्वेज की क्लास ली।

कोविड-19 वार्ड में जहां कोरोना वायरस पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा था, वहां कुछ मरीज ऐसे भी थे जो मूक-बधिर थे और मूक-बधिर मरीजों की बात समझने में डॉक्टरों को, नर्स को काफी परेशानी हो रही थी।

ऐसे में स्वाति ने उनकी तकलीफों को जानने के लिए उनकी भाषा सीखने की कोशिश की। वह ऑनलाइन क्लास लेकर साइन लैंग्वेज सीख ली और इसके बाद साइन लैंग्वेज में मरीजों से बात करना शुरू की। वह इस तरह से उनकी सारी तकलीफों को जान कर उसका इलाज करने में सफल हुई।

ऐसे में नर्स दिवस पर स्वाति का एक वीडियो काफी वायरल हुआ, जिसे रेलवे ने ट्वीट करके सार्वजनिक किया है। इस ट्वीट में रेलवे ने स्वाति की काफी तारीफ की है।

रेलवे की तरफ से स्वाति का वीडियो शेयर करते हुए रेलवे ने लिखा है,
“मानवीय संवेदना के साथ साथ कर्तव्य परायणता का अनूठा उदाहरण! बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के रेलवे अस्पताल में कोरोना पीड़ित मूक बधिर मरीज के लिए नर्स सुश्री स्वाति ने साइन लैंग्वेज सीखी है ताकि मरीजों की बातों को आसानी से समझा जा सके और उनकी मदद की जा सके।”

 

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