आतंकवाद के नए प्रकार को उजागर करती है ‘द केरल स्टोरी’ : जे.पी. नड्डा
डेस्क: भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने हाल ही में विवादास्पद फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह फिल्म ‘नए प्रकार के आतंकवाद’ का पर्दाफाश करती है, जिसमें गोला-बारूद का उपयोग नहीं होता है।
उन्होंने कहा “मैंने अभी-अभी द केरला स्टोरी देखी है। हमने आतंकवाद के लिए गोलियों, बमों और स्वचालित हथियारों के इस्तेमाल के बारे में सुना है। लेकिन यह खतरनाक प्रकार का आतंकवाद है जो बिना गोला-बारूद के होता है। यह फिल्म इस तरह के ‘जहरीले’ आतंकवाद और इसके पीछे की साजिश को सफलतापूर्वक उजागर करती है।”
विशेष राज्य या धर्म से न जोड़ें : जे.पी. नड्डा
हालांकि जे.पी. नड्डा ने आगाह किया कि इस ‘नए प्रकार के आतंकवाद’ को किसी विशेष राज्य या धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। केरल उच्च न्यायालय के हालिया आदेश, जिसमें उच्च न्यायालय ने ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अदालत ने इस फिल्म का ‘गंभीर अवलोकन’ किया और तब जाकर इस नतीजे पर पहुंची।
बता दें कि 2022 की ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तरह, जो 1990 के दशक में जम्मू और कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित थी, ‘द केरल स्टोरी’ को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सत्तारूढ़ दल द्वारा भारी समर्थन मिला है। कई भाजपा शाषित राज्यों में इस फिल्म को कर-मुक्त घोषित कर दिया गया है।
अपने दावों के कारण विवाद में फंसी ‘द केरल स्टोरी’
सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित, ‘द केरल स्टोरी’ 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इसके टीज़र में, निर्माताओं ने दावा किया था कि केरल की 32,000 से अधिक महिलाओं को ISIS में भर्ती किया गया था। इस पर विवाद बढ़ने के बाद निर्देशक और निर्माता ने कोर्ट से कहा कि वह अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट से इसके टीज़र को हटा देंगे जिसमें दावा किया गया है कि 32000 महिलाएं केरल से गायब हो गई हैं।