जो मास्क पहनना छोड़ दिये उन तक WHO के चीफ साइंटिस्ट की यह चेतावनी जानी चाहिए, कहा- ‘अभी नहीं कम रही महामारी’, आप भी ध्यान से पढ़िए साक्षात्कार
डेस्क: महामारी को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। ऐसा कोई और नहीं विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) कह रहा है। यह वही संगठन है, जिसने सबसे पहले कोरोना महामारी फैलने का दावा किया था। इसी संगठन ने दूसरी लहर की भी भविष्यवाणी की थी।
इसीलिए डब्ल्यूएचओ के चीफ साइंटिस्ट का एक अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू की बातों को समझना काफी जरूरी है। पूरी रिपोर्ट को समझने की जरूरत है और ऐसे लोग जो मास्क पहनना छोड़ दिए हैं, जो महामारी को लेकर लापरवाह हैं, उन तक इसे पहुंचाना भी जरूरी है।
वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी ने दुनिया को हिला कर रख दिया है। बड़ी संख्या में लोगों को कोविड-19 के कारण जान गंवानी पड़ी है और करोड़ों लोग इसके चलते बीमार हुए हैं। हालांकि कुछ दिनों से महामारी के कमजोर पड़ने की बात की जा रही है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक ने कहा है कि दुनिया के अधिकांश क्षेत्रों में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है। उन्होंने इसके पीछे डेल्टा वेरिएंट को कारण बताया है और कहा है कि इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि महामारी अभी धीमी नहीं हुई है।
ब्लूमबर्ग टेलीविजन को दिए इंटरव्यू में डब्ल्यूएचओ की सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कुछ देशों में टीकाकरण के कारण गंभीर और अस्पताल में भर्ती होने के मामलों में कमी आ रही है, वहीं दुनिया के बड़े हिस्से में ऑक्सीजन और अस्पताल में बैड की कमी के साथ ही उच्च मृत्यु दर का सामना करना पड़ रहा है।
स्वामीनाथन ने कहा, ‘पिछले 24 घंटों में, 5,00,000 के करीब नए मामले सामने आए हैं और लगभग 9,300 मौतें हुई हैं। यह वो महामारी नहीं है, जो अब धीमी हो रही है।’
अफ्रीका में 30 से 40 फीसद हो गई मृत्यु दर
स्वामीनाथन ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के छह क्षेत्रों में से पांच में मामले बढ़ रहे हैं और अफ्रीका में मृत्यु दर दो सप्ताह में 30 फीसद से 40 फीसद तक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि वृद्धि का मुख्य कारण तेजी से फैल रहा डेल्टा वेरिएंट, वैश्विक स्तर पर धीमा टीकाकरण और मास्क पहनने और फिजिकल डिस्टेंसिंग जैसे सुरक्षा उपायों में ढील है।
सरकारों से सावधान रहने का आग्रह
इस सप्ताह डब्ल्यूएचओ ने सरकारों से फिर से सब कुछ खोलने पर सावधान रहने का आग्रह किया है, जिससे लाभ को जोखिम में न डाला जाए। इंग्लैंड में शेष कानूनी प्रतिबंध 19 जुलाई को हटाए जाने वाले हैं। इसके बाद मास्क पहनने जैसे उपाय व्यक्तिगत पसंद बन जाएंगे। मामलों के कम होने के बाद अमेरिका और यूरोप के भी ज्यादातर हिस्सों में पाबंदियों में छूट दी गई है।