960 लोगों पर लगा 10 वर्षों तक भारत में प्रवेश पर बैन
सभी तब्लीगी जमात के सदस्य, केंद्र सरकार ने वीजा रद्द कर किया ब्लैकलिस्टेड
डेस्क: निजामुद्दीन मरकज की घटना के बाद तब्लीगी जमात के सदस्यों पर पूरे भारत में घूम कर कोरोना को फैलाने का आरोप लगा था. ऐसे में सरकार भी उन लोगों के खिलाफ काफी सख्ती से पेश आयी. इसी के मद्देनजर ऐसे 960 लोगों की सूची बनायी गयी है, जो विदेश से आकर तब्लीगी जमात की गतिविधियों में शामिल हुए थे. उनके अगले 10 वर्षों तक भारत में प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है.
जानकारी के अनुसार, सभी का वीजा रद्द करके उन्हें ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है. सभी विदेशी नागरिक हैं. उन्हें उनके देश भेज दिया गया है और अगले 10 साल तक नहीं आने को कहा गया है.
इन सभी तब्लीगी जमात के सदस्यों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जांच में पाया था कि ये सभी 960 आरोपियों ने वीजा कानून को नहीं माना था. देश के कानून की धज्जियां उड़ाते हुए वे पूरे भारत का भ्रमण कर रहे थे. सभी दंडनीय अपराध के लिए जिम्मेदार माने गये हैं. उन पर कानूनी कार्रवाई करते हुए उनका वीजा रद्द किया गया. सभी को ब्लैकलिस्ट में शामिल करके भारत में प्रवेश पर निषेध लगा दिया. फिलहाल अगले 10 साल तक वे भारत में नहीं आ सकते.
इन आरोपियों के खिलाफ म’हामा’री कानून तोड़ने का भी आरोप लगा है. इसके साथ ही उन पर कई तरह के गंभीर आरोप लगे हैं. विभिन्न धाराओं के तहत उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किये गये हैं.
उन पर आरोप है कि इन्होंने पूरे देश में म’हामा’री फैलाया है. उनके इस अपराध के कारण देश में भारी संख्या में निर्दोष लोग म’हामा’री से प्रभावित हुए.
चार्जशीट में लगे हैं ये आरोप
- वीजा कानून के नियमों का उल्लंघन
- खतरनाक बीमारी के फैलने को लेकर लापरवाही का आरोप
- म’हामा’री एक्ट के उल्लंघन
- धारा 144 का उल्लंघन
- आपदा प्रबंधन कानून का उल्लंघन
- एकांतवास (क्वारेंटाइन) के नियमों को नहीं मानने