4 सालों में 12 चक्रवातों के साथ Bay of Bengal कैसे बन गया ‘चक्रवातों का केंद्र’?
डेस्क: कुछ समय पहले ही अरब सागर से उत्पन्न हुए चक्रवात ताऊते ने पश्चिमी भारत के कई राज्यों में अपना भयंकर प्रभाव दिखाया। ताऊते का तांडव अभी कमा ही था कि पश्चिम भारत के बाद अब पूर्वी भारत एक भयंकर चक्रवात (bay of bengal became center of cyclones) का शिकार हो गया।
बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न चक्रवाती तूफान यास अब देश के पूर्वी इलाकों में भयंकर तबाही मचा रहा है। कई घंटों से लगातार चल रहे तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यास का असर अभी भी कई गुना बढ़ ना बाकी है।
Also Read: उड़ीसा में दिखने लगा ‘यास’ का भयंकर रूप, कई जगहों पर हो रही है भारी बारिश
150 कि.मी./घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
आईएमडी की मानें तो जब यह चक्रवात उड़ीसा, बंगाल के तटों (bay of bengal became center of cyclones) से टकराएगा तब लगभग 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। यह भी बताया जा रहा है कि प्रभावित क्षेत्र में लगभग 6 घंटे तक इस चक्रवात का असर देखने को मिल सकता है।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार सुबह के 9:00 बजे से ही उड़ीसा के तटीय इलाकों में लैंड फल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एनडीआरएफ तथा इंडियन कोस्टल गार्ड की टीम भी लगातार राहत और बचाव कार्य कर रही है।
Also Read: चक्रवात ‘यास’ का बंगाल और उड़ीसा में कहर, तेज हवाओं के साथ बारिश भी हुई शुरू
उड़ीसा के बाद बंगाल की ओर बढ़ रहा ‘यास’
उड़ीसा के कई इलाकों में भयंकर तबाही मचाने के बाद यह चक्रवात अब धीरे-धीरे बंगाल की ओर बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि 26 मई की शाम तक बंगाल में यास का पूरा प्रभाव दिखने लगेगा। हालांकि सुबह से ही चल रही तेज हवाओं ने कई इलाकों में काफी मुश्किल परिस्थिति पैदा कर दी है।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में स्थित न्यू दीघा में समुद्री तट में कई फीट ऊंची लहरें उठ रही है। इसके कारण रिहायशी इलाकों में समुद्र के पानी के भर जाने की घटना देखने को मिल रही है। हालांकि पहले ही तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
Also Read: चक्रवात ‘यास’ को लेकर अब इस राज्य में भी हाई अलर्ट, यहां भी दिख सकता है असर
Bay of Bengal बना चक्रवातों का केंद्र
आपको बता दें कि पिछले साल ही बंगाल की खाड़ी (bay of bengal became center of cyclones) से उत्पन्न हुए एक और चक्रवाती तूफान अम्फान ने भी बंगाल तथा उड़ीसा में काफी तबाही मचाई थी। कोरोना महामारी के बीच अम्फान जैसी बड़ी तबाही से निपटने के बाद बंगाल और उड़ीसा के लोग कुछ संभले ही थे कि अब यास ने दस्तक दे दी है।
पिछले 4 वर्षों में बंगाल की खाड़ी कुल 12 चक्रवाती तूफानों का केंद्र रहा है। सोचने वाली बात है कि इसके पीछे क्या वजह है कि बंगाल की खाड़ी चक्रवाती तूफानों का केंद्र बनकर उभर रहा है।
Also Read: आज दिखेगा साल का पहला ‘Super Blood Moon’, जानिए क्या खास है इस चंदग्रहण में
हर साल औसत पांच चक्रवात
891 से 2017 के बीच हर साल भारतीय समुद्र तटों में पांच चक्रवाती तूफान देखने को मिले। इनमें से चार चक्रवात बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न हुए तथा एक चक्रवात का केंद्र अरब सागर बना। बता दें कि अरब सागर में उत्पन्न हुए चक्रवातों की तुलना में बंगाल की खाड़ी (bay of bengal became center of cyclones) में उत्पन्न चक्रवात अधिक भयंकर थे।
लगातार भयंकर चक्रवातो का केंद्र बना बंगाल की खाड़ी (bay of bengal became center of cyclones) अब बंगाल में आए चक्रवात यास का भी केंद्र है। बंगाल की खाड़ी से ही उत्पन्न होकर यह चक्रवात पश्चिमोत्तर दिशा की ओर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बंगाल की खाड़ी चक्रवातों का केंद्र बनकर भर गया है।