चुनाव के बाद बंगाल में हुए राजनीतिक हिंसा को लेकर बीजेपी का एक्शन
डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद राज्य (bjp’s action against political violence in bengal) में काफी हिंसा हुई। कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घर तोड़े गए। कईयों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी।
अपनी जान की रक्षा के लिए अपना घर छोड़कर असम चले गए। बंगाल में हुए इस राजनीतिक हिंसा का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी पर लगाया गया। उन पर आरोप लगाया गया की जीत के नशे में चूर होकर इतना हिंसा फैला रहे हैं।
29 मई शनिवार को भाजपा ने बंगाल में हुए राजनीतिक हिंसा (bjp’s action against political violence in bengal) को लेकर एक सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया। हिंसा से पीड़ित जनता तक पहुंचने के लिए पार्टी ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया है
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आपको बता दें कि भाजपा का यह पहला कार्यक्रम है जो बंगाल में हुए हिंसा से पीड़ित जनता के लिए किया जा रहा है। हालांकि, पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने पीड़ितों के घर जाकर पहले ही उनसे मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की थी।
बंगाल में हुए हिंसा के विरोध में 5 मई को मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के दिन भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन में बंगाल भाजपा के कई दिग्गज नेता भी शामिल हुए थे।
हिंसा में पार्टी के जिन कार्यकर्ताओं को क्षति पहुंची है बीजेपी (bjp’s action against political violence in bengal) उन कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करेगी। बताया जा रहा है इस कार्यक्रम के दौरान लगभग 400 लोग वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ेंगे।
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भाजपा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बंगाल की जनता में हिंसा के प्रति जागरूकता फैलाना होगा। राज्य में चुनाव परिणामों के बाद हिंसा में भाजपा ने अपने कई कार्यकर्ताओं को खो दिया है। इसका सीधा आरोप टीएमसी पर लगाया गया है।
बता दें कि राज्य में इस बार एक परिवर्तन की लहर दौड़ी थी जिससे सभी को यह लग रहा था कि इस बार पश्चिम बंगाल में भाजपा (bjp’s action against political violence in bengal) की सरकार आएगी। 200 सीटों का दावा करने वाले भाजपा के नेता तब अचंभित रह गए जब चुनाव के परिणामों की घोषणा के बाद उसे पता चला कि भाजपा को केवल 77 सीट ही मिले हैं।
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