विज्ञान का चमत्कार, फिर से उग सकेंगे इंसान के कटे हुए अंग
डेस्क: अगस्त 2020 में चीनी वैज्ञानिकों ने चूहों के सिर पर हिरण के सींग उगाने का एक प्रयास किया। इस प्रयोग के पीछे उन वैज्ञानिकों का मकसद किसी ऐसी तकनीक का इजात करना था जिससे इंसानों के कटे हुए अंगों को फिर से उगाया जा सके।
दरअसल, हिरण के सींग में पाए जाने वाले कोशिका ‘ब्लास्टेमा सेल्स’ सबसे तेजी से बढ़ने वाले कोशिकाओं में से एक हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इन उत्तकों की मदद से किसी भी अंग को पुनः उगाया जा सकता है। हिरण का सींग टूटने के बाद प्रति दिन 3/4 इंच के रूप में तेजी से बढ़ सकता है और कुछ ही महीनों में पूरी तरह से विकसित हो सकता है।
अब, चीन के शीआन में नॉर्थवेस्टर्न पॉलिटेक्निकल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक उसी पर शोध कर रहे हैं। चीनी वैज्ञानिक लैब के चूहों के सिर पर हिरण के ब्लास्टेमा सेल्स से स्टेम सेल प्रत्यारोपित करके एंटलर ऊतक की त्वरित विकास दर का उपयोग करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं।
हड्डियों और कार्टिलेज को पुनः विकसित करना होगा संभव
सूत्रों के अनुसार, यदि यह एक्सपेरिमेंट सफल हुआ तो इंसान के हड्डी की चोटों को ठीक करने और खोए हुए अंगों को फिर से उगाने के लिए परिणाम फायदेमंद हो सकते हैं। वैसे पहले भी हिरण के सींगों का क्लिनिकल बोन रिपेयर में उपयोग होता आ रहा है।
बता दें कि चूहों में एंटलर आरोपण के 45 दिनों के भीतर चूहों ने छोटे सींग विकसित करना शुरू कर दिया। इस शोध के दौरान ऐसी संभावना जताई गई है कि इंसानों के शरीर में इन सेल्स की मदद से हड्डियों और कार्टिलेज को दोबारा विकसित किया जा सकता है।
कुछ ऐसी ही कोशिकाएं छिपकलियों में भी पाई जाती है जो अपने कटे हुए अंगों को फिर से उगाने के लिए इनका प्रयोग करती हैं। कई स्तनधारी प्राणियों में भी ब्लास्टेमा सेल्स पाए जाते हैं लेकिन गैर-स्तनधारी जीवों में यह सेल्स नहीं पाए जाते।