किरेन रिजिजू को मिली इस गलती की सजा, छीना गया मंत्रालय
डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकार में कानून मंत्री रहे किरेन रिजिजू अक्सर अपने बयानों के कारण विवादों से घिरे रहते थे। इसी बीच 18 मई को पीएम मोदी के मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों के विभागों में बदलाव कर दिया गया है जिनमें से एक किरेन रिजिजू भी हैं।
सूत्रों की माने तो उनके विवादित बयानों के कारण ही उनसे कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी छीन ली गई है और इसका प्रभार संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को दे दिया गया है। अर्जुन राम मेघवाल को उनके मौजूदा विभागों के अतिरिक्त कानून मंत्रालय का स्वतंत्र स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है।
इन टिप्पणियों के कारण गया मंत्रालय?
जबकि किरेन रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे थे। दरअसल, किरेन रिजिजू कानून मंत्री बनने के बाद कई बार न्यायपालिका पर सवाल उठा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने जजों की नियुक्ति के कॉलेजियम पद्धति पर भी टिप्पणी किया था जिससे विवाद खड़ा हो गया था।
किरेन रिजिजू द्वारा की गई टिप्पणियों के विरोध में एक पीआईएल भी दायर किया गया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस पीआईएल को खारिज कर दिया था। लेकिन अक्सर विवादों से घिरे रहने के कारण रिजिजू से कानून मंत्रालय का जिम्मा वापस ले लिया गया।