अभी भी मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी, अब तक हुए 14 शव बरामद, 170 लापता
डेस्क, 7 फरवरी को रविवार के दिन उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ में हिमस्खलन से अलकनंदा और धौलीगंगा नदियों में काफी भयानक बाढ़ आ गई. यह बाढ़ इतनी भयंकर थी कि स्थानीय क्षेत्र के पांच पुलों को अपने साथ बहा ले गई.
इसी के साथ रास्ते में आने वाले घरों को भी बहा कर ले गई. इस बाढ़ ने पास के ही एनटीपीसी पावर प्लांट को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. इस आपदा से अभी तक कुल 14 लोगों की मौत होने की खबर आई है. आपको बता दें कि अभी भी 170 लोगों के लापता होने की खबर है.
एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट के अधिकारियों के अनुसार लगभग 30 मजदूर सुरंग में फंसे हुए हैं. जिन्हें निकालने की कोशिशें अभी भी जारी हैं. उन 30 मजदूरों को निकालने की कोशिश सेना के 40 जवानों का दल रात के 2:00 बजे से ही कर रही है. रात के समय जब जल स्तर काफी कम हो गया, इसके बाद रेस्क्यू का काम चालू किया गया.
टनल में जाने के रास्ते को खोलने के लिए जेसीबी का प्रयोग किया गया. टनल में काफी मात्रा में मलबा भर जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत आ रही है. लेकिन सेना के जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं.
आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिवारों को चार लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है. इसी के साथ प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से भी उन्हें 2 लाख रुपए दिए जाएंगे. साथ ही गंभीर रूप से घायल लोगों को ₹50000 का मुआवजा मिलेगा.