नए वित्त वर्ष को लेकर हुई बड़ी भविष्यवाणी, भारत के लिए राह नहीं आसान
डेस्क: आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए विशेषज्ञों ने देश के आर्थिक स्थिति की भविष्यवाणी करना शुरू कर दिया है जिसमे भारत का भविष्य चुनौतीपूर्ण दिख रहा है। विश्व स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति के मजबूत होने के बावजूद, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वैश्विक मंदी के प्रभाव के कारण देश की आर्थिक वृद्धि में गिरावट आ सकती है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि 6 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहेगी। हालांकि, एजेंसी का अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष 2024-25 और 2025-26 में विकास दर बढ़कर 6.9 प्रतिशत हो जाएगी।
अच्छी खबर यह है कि एस एंड पी ने 2023-24 में मुद्रास्फीति की दर में मौजूदा 6.8 प्रतिशत से 5 प्रतिशत तक की कमी की भविष्यवाणी की है, जबकि भारत के जीडीपी में चालू वित्त वर्ष में 7 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। जबकि वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए भारत की औसत विकास दर 7 प्रतिशत पर स्थिर रहेगी।