बिहार का पहला कचड़ा पार्क बना लोगों के आकर्षण का केंद्र, तस्वीरें देखकर आप भी हो जाएंगे दीवाना
डेस्क: शहर में इकट्ठा होने वाले कचड़ों से अक्सर लोग परेशान रहते हैं। कपड़ों का निपटारा करना भी आजकल बहुत मुश्किल वाला काम बन गया है। इसके निपटारे में ना केवल प्रदूषण फैलता है बल्कि जहां कचड़े को इकट्ठा किया जाता है वहां के आसपास के इलाकों में भी भारी दुर्गंध फैला रहता है। ऐसे कचड़े जिनका फिर से किसी और काम में उपयोग किया जा सकता है उन्हें रिसाइकल करने की सलाह दी जाती है। ताकि कचड़े की कुछ मात्रा में कमी आए।
कई सामानों को रिसाइकल करके उन्हें अलग तरीके से काम में लाया जा सकता है। इनमें सजावट के सामान तैयार करने से लेकर तरह-तरह से उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुएं बनाए जा सकते हैं। तरह-तरह के कचड़ों को रिसाइकल करके बनाया गया बिहार के गया का कचरा पार्क भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया है।
कबाड़ से बनने के कारण पार्क का नाम पड़ा कचड़ा पार्क
दरअसल, गया के स्टेशन रोड स्थित गया नगर निगम के स्टोर में शहर से निकलने वाले कबाड़ की चीजों का उपयोग करके पार्क बनाया गया है। कबाड़ की चीजों से बने होने के कारण इस पार्क का नाम कचड़ा पार्क रखा गया है जो अपने आप में बहुत खास है। इस पार्क में तरह-तरह के कबाड़ की चीजों को बेहद सुंदर तरीके से सजाया गया है।
हरे-भरे पेड़ पौधों के साथ सुंदर तरीके से सजाया गया कबाड़ लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने से नहीं सूखती है। यहां सजाए गए कचड़ों को देखकर एक बार के लिए आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि क्या सच में फेंक दिए गए कचड़ों से इतनी सुंदर सजावट की जा सकती है! गया नगर निगम से निकलने वाले कचड़े की मात्रा को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
गीले कचड़ों से बनाया जाता है खाद
अक्सर कचड़ों के रिसाइकल की बात हर स्तर पर की जाती है लेकिन गया नगर निगम द्वारा उठाया गया यह कदम काबिले तारीफ़ है। स्पार्क के नियमित रखरखाव के साथ-साथ शहर से भी नियमित रूप से कचड़ों को इकट्ठा किया जा रहा है। कबाड़ से पार्क बनाने के साथ-साथ यहां गीले कचड़ों का उपयोग खाद बनाने के लिए भी किया जा रहा है। इस वजह से बिहार राज्य के स्वच्छता सर्वेक्षण में गया सबसे ऊपर है।
बता दें कि इस कचड़ा पार्क में खाली पड़े पानी के बोतल, मोबाइल के डिब्बे, गाड़ियों के टायर, कचड़े के डिब्बे वाली से तरह-तरह की चीजें बनाई गई है। इस पार्क के आकर्षण का केंद्र गाड़ी के बेकार टायर से बनाया गया दीवार घड़ी, ट्रक के फिल्टर से बनाया गया ट्रेन आदि है। इन सभी चीजों के साथ-साथ इस कचरा पाठ को कई प्रकार के पौधों और गुलाब के फूल से सजाया गया है।