दंगल की बबीता फोगाट को आखिर क्यों दिखाये गये काले झंडे?
डेस्क: महिला विकास निगम की अध्यक्ष बबीता फोगाट (Black flags shown to Babita Phogat) को यहां किसानों ने काले झंडे दिखाए तथा उनका जमकर विरोध किया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बबीता फोगाट को वहां से निकाला। बबीता फोगाट केंद्र में भाजपा सरकार के सात साल पूरे होने पर सरकार की नीतियां बताने एवं मास्क वितरण के लिए बिरही कलां गांव आयी थीं।
रविवार को भाजपा नेता एवं महिला विकास निगम की अध्यक्ष बबीता फोगाट बिरही कलां पहुंची तो दर्जनों किसान, मजदूर व सामाजिक संगठनों ने कृषि बिलों के विरोध में बबीता की गाड़ी का घेराव किया तथा (Black flags shown to Babita Phogat) काले झंडे दिखाए। करीब 10 मिनट तक सैकड़ों लोगों ने बबीता का घेराव जारी रखा तथा जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
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पुलिसकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद भीड़ पर काबू पाया तथा बबीता फोगाट (Black flags shown to Babita Phogat) की गाड़ी को वहां निकाला। सांगवान खाप के प्रधान और निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने बताया कि बबीता फोगाट सेनेटाइजिंग के लिए आयी थीं जिसका किसानों ने विरोध किया और आगे भी सत्तारूढ पार्टियों के किसी नेता के किसी भी गांव में आने पर इसी प्रकार विरोध किया जाएगा।
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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बबीता फोगाट कृषि कानूनों को लेकर सरकार के पक्ष में बोल रही हैं, इसतरह वह केवल सरकार में अपनी पकड़ मजबूत बनाना चाहती है। उनका कहना था कि उन्हें किसानों से किसी प्रकार की हमदर्दी नहीं है जबकि देशभर के किसान बिलों का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों से किसान सड़कों पर डेरा डाले बैठे हैं जबकि सरकार किसानों को डरा धमका कर घर भेजना चाहती है लेकिन किसान कृषि बिल रद्द होने के बाद ही घर जाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फोगाट एवं सांगवान खाप ने भाजपा (Black flags shown to Babita Phogat) व जजपा नेताओं का बहिष्कार किया हुआ है । अगर इन पार्टियों का नेता गांव में आएगा तो उसका विरोध किया जाएगा।
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