वैक्सीन से हुए मौतों की जांच कर रही समिति ने की वैक्सिन से हुए पहली मौत की पुष्टि
डेस्क: जब से देश में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चालू हुई है, तब से वैक्सीनेशन को लेकर अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। कई लोगों के वैक्सीन लगवाने के कुछ समय के बाद हुए मौतों को सीधे तौर पर वैक्सीनेशन से ही जोड़ कर दिखाया जा रहा था।
वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चालू होने के बाद देश भर में कुल 23 मौतें ऐसी हुई जिसकी वजह वैक्सीनेशन को बताई जा रही थी। वैक्सीनेशन से हुए मौत की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया था। इस समिति का मुख्य काम इन 23 लोगों की मौत होने की वजह का पता लगाना था।
इस जांच समिति द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है कि 23 मौतों में से 22 लोगों की मौत अन्य कारणों से हुई थी जबकि 68 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत केवल वैक्सीन लगने के बाद एनाफिलैक्सिस से हुई। वैक्सीनेशन से हुई मौत की अब तक की यह एकमात्र घटना है।
68 वर्षीय इस बुजुर्ग को 8 मार्च 2021 को वैक्सीन की पहली डोज लगी थी जिसके कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई। वैक्सीन लगवाने की वजह से उनके शरीर में एक एलर्जी फ्री एक्शन हुई जिस वजह से उनकी जान गई। इसके अलावा जितने भी वैक्सीनेशन से होने वाली मौतों के दावे किए जा रहे थे, वह सब बेबुनियादी थे।
इसके अलावा भी आशंका जताई जा रही है कि तीन और मौतों की वजह वैक्सीन ही हो सकती है। हालांकि इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा क्योंकि जांच समिति जांच में जुटी हुई है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार जो भी रिपोर्ट अब तक सामने आए हैं इसकी उम्मीद पहले से थी।
बता दें कि वैक्सीन लगवाने के बाद एनाफिलैक्सिस के दो केस इससे पहले भी सामने आए थे। 16 जनवरी और 19 जनवरी को 2 युवाओं को कोविशिल्ड और कोवैक्सीन के डोज दिए जाने के बाद एनाफिलैक्सिस के लक्षण दिखे थे। हालांकि बाद में अस्पताल में भर्ती होने के बाद यह दोनों ही ठीक हो गए थे।