दिल्ली में दं’गे विदेशी पैसे से कराए गए, ट्रंप के भारत दौरे पर कुछ बड़ा करने की प्लानिंग थी
डेस्क: दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खालिद सैफी का पासपोर्ट खंगालने और पूछताछ करने पर पता लगा कि खालिद सैफी चार बार मलेशिया गया था. वहां वह जाकिर नाइक से मिला एवं कई दिन उसके साथ रह था.
पता लगा है कि उसने अरब देशों और अन्य स्थानों का दौरा विदेशी फंड जुटाने के लिए किया था. सिंगापुर से भी पैसा आया था. स्पेशल सेल के अधिकारियों के अनुसार, यह पैसा खालिद सैफी के एनजीओ के बैंक खातों में आया. यह रकम करोड़ों रुपये में बताई जा रही है. स्पेशल सेल की जांच पता चला है कि खालिद सैफी के साथ ही विदेशी फंड दिल्ली दं’गों के अन्य आरोपियों को भी मिला था. स्पेशल सेल खालिद सैफी के दोस्त से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है.
खालिद सैफी ने दिल्ली दंगों से पहले आप के पूर्व नेता निगम पार्षद ताहिर हुसैन व जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद के साथ शाहीन बाग में 8 जनवरी को बैठक की थी. इसमें तय हुआ था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के समय कुछ बड़ा करना है. इसी बैठक में दं’गों की साजिश रची गई थी. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने खुरेजी में हुए दं’गों में जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें भी विदेशी फंड मिलने की बात कही गई है.
स्पेशल सेल के अधिकारी के मुताबिक, अब तक की जांच के बाद निगम पार्षद ताहिर हुसैन, खालिद सैफी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कोर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. जांच में खुलासा हुआ है कि इन्होंने दिल्ली को दहलाने की बहुत बड़ी साजिश रची थी. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा दिल्ली दं’गों में पूछताछ के लिए जल्द ही जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को भी नोटिस भेज सकती है. इसके लिए तैयारी चल रही है.