एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट का सु’साइड नोट
डेस्क: हताशा निराशा एक ऐसा दानव है जिससे लड़ते-लड़ते बड़े से बड़े बलवान भी अपनी जिंदगी हार जाते हैं. पिछले दिनों फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के खुद को मा’रने की घटना ने लोगों को झकझोर दिया था. इसके बाद एक घटना बिहार के पटना के मित्र मंडल कॉलोनी फेज 2 में हुई, जहां डीएसपी रह चुके एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने खुद को गोली मा’र ली.
अपने कार्यकाल में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से प्रसिद्ध रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के. चंद्रा ने मर’ने से पहले एक सुसा’इड नोट लिखा था जिसमें उन्होंने पड़ोसी का जिक्र किया है जिसके उत्पाद से परेशान थे वह. अब बताइए कि जो व्यक्ति अपने कार्यकाल में 62 बदमाशों की जान ले चुका हो वह पड़ोसी के उत्पाद को सह ना सके और खुद को गोली मा’र ली.
रिटायर्ड डीएसपी ने मरने से पूर्व सु’साइड नोट भी छोड़ा. जिसमें लिखा, ‘अवसाद का शिकार हूं। मुंबई में काफी इलाज कराया, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। मैं अपनी जिंदगी से निराश हो चुका हूं। इधर, कॉलोनी के संतोष सिन्हा की प्रताड़ना से मेरा अवसाद और ज्यादा बढ़ गया है। दूसरे पृष्ठ में के. चंद्रा ने मंजू, चुटुल, मोंटी और बंटी को लिखा है कि तुम लोग मुझे माफ कर देना।
सभी संबंधित को खबर कर देना। बैंक के मैसेज आते हैं। म्यूचुअल फंड को अभिलंब तोड़वा लेना। जो पैसा मेरे खाते में है उसे तुम अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेना। मोंटी का पिस्टल लाइसेंस थाने में जमा कर देना। मेरा मोबाइल तुम अपने पास रखना। पुलिस को मत देना, क्योंकि पैसा ट्रांसफर करना होगा। एक बार फिर घरवालों से कहा तुम लोग मुझे माफ कर देना।’