नेपाल के गांव से लोगों को खदेड़ रहा चीन
डेस्क: कहते हैं ना जैसी करनी वैसी भरनी. इन दिनों नेपाल के साथ यही कहावत सच साबित हो रही है. जिस चीन के उकसावे पर नेपाल भारत को भाव है दिखा रहा था. भारत की सीमा में घुसकर भारतीय किसान को गोली मार दी गई थी. आज उस करतूत का फल नेपाल को मिल रहा है. चीन के विस्तार वादी मंसूबों का असर नेपाल पर दिख रहा है. चीन धीरे-धीरे नेपाल के कई इलाकों पर कब्जा करने की कोशिश में लगा हुआ है.
ताजा सूचना के अनुसार चीन ने नेपाल के एक गांव पर अपना कब्जा जमाते हुए उस गांव के निवासियों को जल्द से जल्द वहां से चले जाने को कहा है. यहां तक कि लोगों को मारपीट कर भगाया जा रहा है. यह गांव तिब्बत से सटा है. इस गांव का नाम कोडारी है.
चीन ने इस कोठारी गांव को अपने झांगमू प्रांत का अंग बताया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सेना नेपाल के कोडारी गांव में दाखिल हो गई है। सेना ने गांववालों के साथ हिंसा की है और उन्हें डराया-धमकाया है. चीनी सेना ने गांव के लोगों को जल्द से जल्द यहां से जाने को कहा और बताया कि कोडारी गांव चीन के झांगमू प्रांत का हिस्सा है, जो तिब्बत में आता है. यह पहली बार नहीं है, जब चीन ने नेपाल के किसी गांव पर अपना कब्जा जमाया है. इससे पहले भी कई गांव पर चीन ने अपना कब्जा जमाते हुए वहां के लोगों को भगाया है. इससे पहले रूही नामक एक गांव पर चीन ने अपना कब्जा जमाया था.
नेपाल सरकार के कृषि मंत्रालय ने जानकारी साझा करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है. इसमें बताया गया है चीन ने 11 नदियों के पानी का रुख बदल दिया है. ऐसा करके चीन नेपाल के कई गांवों पर अपना कब्जा जमा लेगा. नेपाल इसी आशंका में चिंतित है कि अगर चीन ने यह विस्तार वादी अभियान जारी रखा तो नेपाल का नक्शा बदल जाएगा. ऐसे में चिर मित्र रहे भारत से बैर ने नेपाल की चिंता और बढ़ायी हुई है. इन सबकी वजह नेपाल की वामपंथी सरकार को बतायी जा रही है. नेपाल के प्रधानमंत्री अभी भी चेत नहीं रहे हैं. चीन एक के बाद एक खंजर भोंक रहा है और नेपाल के प्रधानमंत्री अभी भी चीन की डुगडुगी पर नाच रहे हैं. बताया जा रहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली देश में भारत के खिलाफ भावनाएं भड़काने में लगे हुए हैं.
कैसे धीरे-धीरे नेपाल में घुस रहा चीन
चीन ने बड़े पैमाने पर नेपाल क्षेत्र पर कब्जा करना शुरू कर दिया है. ताजा जानकारी के अनुसार, भदारे खोले में 6 हेक्टेयर जमीन पर चीन ने कब्जा कर लिया है. वहीं हुमला में कर्णाली नदी का 4 हेक्टेयर, सिंजेन खोला में 2 हेक्टेयर, भूर्जुक खोला में 1 हेक्टेयर, लमदे खोला जंबू खोला में 3 हेक्टेयर और खारेन खोला में 7 हेक्टेयर जमीन को चीन ने हथिया लिया है.
कोडारी गांव तिब्बत-चीन सीमा पर है. गांव अरनिको हाइवे पर है, जो कोडारी को काठमांडू से जोड़ता है. यह गांव तिब्बत तक जाने का रास्ता है. साल 2008 में चीन ने नेपाल-चीन बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक काम शुरू किया था.