इस राज्य में मिली उड़ने वाली छिपकली की नई प्रजाति, राज्य के नाम पर रखा गया नाम
डेस्क: जर्मनी में मिजोरम विश्वविद्यालय और मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजी के शोधकर्ताओं की एक टीम ने मिजोरम में उड़ने वाली छिपकली की एक नई प्रजाति की खोज की है।
इस उड़ने वाली छिपकली की नई प्रजाति पर अध्ययन का विवरण सोमवार को हेपेटोलॉजी पर एक जर्मन पत्रिका, सलामांद्रा के नवीनतम अंक में प्रकाशित किया गया था। बता दें कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के नाम पर ही छिपकली के इस नई प्रजाति का नाम गेको मिजोरामेंसिस रखा गया है।
निकोबार में भी पाई जाती है ग्लाइडिंग छिपकली
इससे पहले भारत की एकमात्र अन्य उड़ने वाली छिपकली प्रजाति टाइकोजूम निकोबारेंसिस या निकोबार ग्लाइडिंग छिपकली थी जो केवल निकोबार द्वीप समूह में पाई जाती थी। इसका नाम भी निकोबार द्वीप समूह के नाम पर ही रखा गया था।
अन्य उड़ने वाले छिपकलियों की तरह ही गेको मिजोरामेंसिस की लंबाई लगभग 20 सेंटीमीटर है। यह एक आर्बोरियल (पेड़ों में रहने वाली) प्राणी है और एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर उड़ती है और निशाचर होती है। उड़ने वाले छिपकलियों के झिल्लीदार अंग और चपटी पूंछ होती है जो उन्हें उड़ने में मदद करती है।