कोविड से कुछ इस तरह जंग लड़ रहा आरएसएस
डेस्क: इस वक़्त पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट में है। अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहे हैं। ऑक्सीजन की मांग बढ़ने पर इसकी कालाबाजारी भी शुरू हो गयी है। यहां तक कि दवाइयों की भी कालाबाजारी देखने को मिल रही है।
इसी बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जनसेवा के कार्य में और भी तेजी लाई है। कोरोना महामारी में देश की स्थिति को देखते हुए देश भर के 43 शहरों के स्वयं सेवक जनसेवा के कार्य में लगे हुए हैं। कई शहरों में आरएसएस द्वारा कोविड सेवा केंद्र चलाया जा रहा है। यही नहीं, 219 स्थानों पर अस्पतालों में भी सहयोग कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया है कि कोरोना महामारी के समय संघ से जुड़े स्वयंसेवक 12 तरह के सेवा कार्य कर रहे हैं। केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही नहीं बल्कि सेवा भारती सहित कई अन्य संगठन व संस्थाएं भी सेवा कार्यों में लगी हुई है।
कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में कोविड संदिग्धों के लिए आइसोलेशन केंद्र व पॉजिटिव रोगियों के लिए कोविड सेवा केंद्र चलाये जा रहे हैं। इसीके साथ सरकारी व निजी अस्पतालों में सहायता, रक्तदान, प्लाज्मा दान, अंतिम संस्कार जैसे कार्य भी किये जा रहे हैं।
साथ ही संघ द्वारा ऑक्सिजन आपूर्ति, एम्बुलेंस सेवा, भोजन व राशन की आपूर्ति जैसे कार्यों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। आंबेकर का कहना है कि संघ के स्वयंसेवक मास्क तथा टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान भी चल रहे हैं, ताकि जनता को टीकाकरण तथा मास्क के व्यवहार के प्रति जागरूक किया जा सके।
उन्होंने कहा कि वे स्थानीय प्रशासन की भी यथा संभव मदद कर रहे हैं ताकि साथ मिलकर इस विकट परिस्थिति से निपटा जा सके। आंबेकर की मानें तो अभी तक दस हजार से भी अधिक स्थानों पर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा चुका है। साथ ही 2442 टीकाकरण केंद्र भी चालू किये जा चुके हैं।
उनका कहना है कि पुणे में जान जागरण के माध्यम से 600 लोगों ने प्लाज्मा दान किया है जिससे 1500 लोगों की जान बचाने में सहायता मिली। इसीके साथ संघ द्वारा कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि जरूरतमंदों की मदद की जा सके।