उड़ीसा में स्कूल बना मुर्दाघर, इमारत गिराने पर मजबूर प्रशासन
डेस्क: उड़ीसा में अधिकारियों ने शुक्रवार की सुबह एक स्कूल की इमारत को यह कहते हुए गिरा दिया कि छात्र स्कूल में लौटना नहीं चाहते थे, क्योंकि यह इमारत अस्थायी मुर्दाघर के रूप में प्रयोग की गयी थी। बता दें कि यहाँ पिछले सप्ताह ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोगों के शव रखे गए थे।
चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस सहित तीन ट्रेनों के दुर्घटनाग्रस्त होने से बहनगा हाई स्कूल से लगभग 100 मीटर की दूरी पर 288 लोगों की मौत हो गई।
नई इमारत तैयार हो जाने पर की जाएगी पूजा
स्कूल प्रबंध समिति के सदस्य राजाराम महापात्र ने कहा कि जिन कमरों में शव रखे गए थे, उन्हें साफ कर दिया गया था, लेकिन छात्रों के माता-पिता उन्हें वापस यहाँ नहीं भेजना चाहते थे। महापात्रा ने कहा, “एक बार नई इमारत तैयार हो जाने के बाद एक पुजारी उस जगह को पवित्र करेगा ताकि स्कूल खुलने के बाद बच्चे डरें नहीं।”
गुरुवार को बालासोर के जिला कलेक्टर दत्तात्रेय भाऊसाहेब शिंदे ने स्कूल का दौरा किया और कहा कि अगर समिति एक प्रस्ताव पेश करती है तो इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा। समिति ने तदनुसार प्रस्ताव प्रस्तुत किया जिसके बाद इमारत को ढहा दिया गया। ज्ञात हो कि ओडिशा में स्कूल ग्रीष्म अवकाश के बाद 19 जून को फिर से खुलने वाले हैं, जिससे पहले यह फैसला लिया गया।