1 अप्रैल से इन नियमों में होंगे बड़े बदलाव, बैंक में खाता है तो अभी जान लें वरना हो सकता है नुकसान
डेस्क: 31 मार्च को फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के खत्म हो जाएगा और इसी के साथ 1 अप्रैल से नए फाइनेंसियल इयर 2022 23 की शुरुआत हो जाएगी। नए फाइनेंशियल ईयर में कई ऐसे बदलाव होने जा रहे हैं जिसका सीधा असर आम आदमी के ऊपर देखने को मिल सकता है। बताया जा रहा है कि 1 अप्रैल से महंगाई भी आम आदमी की जेब में बड़ा झटका दे सकती है। इसलिए आपको इन बड़े बदलाव के बारे में जान लेना चाहिए ताकि आप पहले से तैयार रह सकें।
पीएफ खाते पर लगेगा टैक्स
1 अप्रैल से केंद्र सरकार ने नया आयकर कानूनों को लागू करने का फैसला लिया है। इस कानून के अंतर्गत मौजूदा पीएफ अकाउंट को दो भागों में बांटा जाएगा जिस पर टैक्स लगाया जा सकता है। ईपीएफ खाताधारक को सालाना ढाई लाख रुपए तक टैक्स नहीं देना होगा लेकिन इसके ऊपर योगदान करने पर व्याज से होने वाली आय पर टैक्स देना पड़ेगा। जबकि सरकारी कर्मचारियों के जीपीएफ खाते में सालाना 5 लाख रुपए तक टैक्स नहीं देना होगा।
म्यूचुअल फंड में निवेश के नियमों में बदलाव
1 अप्रैल से म्यूचल फंड में निवेश करने के लिए भुगतान के तरीकों पर भी बदलाव देखने को मिलेगा। म्यूच्यूअल फंड ट्रांजेक्शन एग्रीगेशन पोर्टल 1 अप्रैल से चेक, डीडी और अन्य भौतिक माध्यमों से भुगतान की सुविधा बंद करने जा रही है जिससे निवेश के लिए भुगतान चेक, बैंक ड्राफ्ट या अन्य किसी भौतिक माध्यम से नहीं किया जा सकेगा। पता है अब म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपको यूपीआई अथवा नेट बैंकिंग का सहारा लेना पड़ेगा।
पोस्ट ऑफिस के नए नियम
1 अप्रैल से पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और टर्म डिपॉजिट अकाउंट में मिलने वाले ब्याज के पैसों को खाताधारक पोस्ट ऑफिस जाकर कैश में नहीं ले सकेंगे। व्याज के पैसों को खाताधारक के सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके लिए बचत खाते के उपयोग को अनिवार्य कर दिया गया है।
प्राइवेट बैंक्स के नियमों में बदलाव
1 अप्रैल से एक्सिस बैंक और पीएनबी बैंक के नियमों में भी बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब बचत खाते में मिनिमम बैलेंस की सीमा ₹10,000 से बढ़ाकर ₹12,000 कर दी गई है ऐसे में प्रत्येक खाताधारक को अपने अकाउंट में ₹12,000 रखना अनिवार्य हो गया है। इसके अलावा indane खूनी श्री के ट्रांजेक्शन की निर्धारित सीमा को भी बदल दिया है। अब केवल 4 फ्री ट्रांजैक्शन या 1.5 लाख रुपए तक का ट्रांजैक्शन ही फ्री में किया जा सकेगा। से अधिक का ट्रांजैक्शन करने पर अलग से भुगतान करना होगा।
गैस सिलेंडरों के दाम में वृद्ध
प्रत्येक महीने की तरह अप्रैल के महीने में भी गैस सिलेंडरों के दाम में बढ़ोतरी देखने मिल सकती है। प्रतिदिन पेट्रोल डीजल एवं एलपीजी के दामों में हो रही बढ़ोतरी को देखकर यह बताया जा रहा है कि एलपीजी सिलेंडर भी महंगी हो सकती है। इसका सीधा असर आम आदमी की जेब में पड़ेगा।
दवाओं की कीमत में बढ़ोतरी
सरकार ने एक अप्रैल से शेड्यूल दवाओं के लिए 10% से ज्यादा की बढ़ोतरी करने की अनुमति दे दी है जिससे अब 800 से भी अधिक दवाओं की कीमतें 10.7% तक बढ़ जाएंगी। इन दवाओं में पेन किलर एंटीबायोटिक एंटीवायरस समेत कई जरूरी दवाएं शामिल है।
किट्टू करेंसी पर लागू होगा नया नियम
हाल में पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री ने कहा था कि क्रिप्टोकरंसी पर 30 परसेंट का टैक्स लगाया जाएगा। अर्थात यदि क्रिप्टो करेंसी बेचने पर फायदा होता है तो उस पर 30% टैक्स लगेगा और जब जब कोई क्रिप्टो करेंसी बेचा जाएगा तब तक उसकी बिक्री का एक परसेंट टीडीएस भी कटेगा। यह नियम 1 अप्रैल से लागू होने जा रहा है।
नया घर खरीदने वालों को झटका
2019-20 के बजट में केंद्र सरकार ने 35 लाख रुपए तक का घर खरीदने वालों को होम लोन पर डेढ़ लाख रुपए का आयकर लाभ देने की घोषणा की गई थी। जिसके अनुसार पहली बार घर खरीदने वालों को धारा 80 EEA के तहत टैक्स छूट का फायदा दिया जा रहा था। लेकिन नए वित्त वर्ष 2022-23 में इस सुविधा को एक्सटेंड नहीं किया गया है ऐसे में अब नए घर खरीदने वालों को अधिक टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि 1 अप्रैल से बैंकिंग के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। इसमें प्राइवेट बैंक सहीद पोस्ट ऑफिस भी शामिल है। एलपीजी गैस सिलेंडर और शेड्यूल्ड दवाओं के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसका सीधा असर आम आदमी के ऊपर पड़ेगा। इसके अलावा नए घर खरीदने वालों को अधिक टैक्स देना पड़ सकता है और तो करेंसी की बिक्री पर भी 30% टैक्स लग जाएगा।