उत्तराखंड में भाजपा को मिलेगी कड़ी टक्कर, मुश्किल है पुष्कर सिंह धामी वापसी
डेस्क: 10 फरवरी से उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों में विधानसभा चुनाव शुरू होने हैं। इसमें उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर भी शामिल है। उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होंगे। जबकि पंजाब उत्तराखंड और गोवा में केवल एक चरण में ही चुनाव पूरे हो जाएंगे और मणिपुर में दो चरणों में चुनाव होंगे।
बता दें कि उत्तराखंड में 14 फरवरी के दिन 70 विधानसभा सीटों में चुनाव होंगे। इसके लिए नॉमिनेशन की शुरुआत 21 जनवरी से ही हो जाएगी। नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख 31 जनवरी को तय किया गया। इसका मतलब यह हुआ कि 31 जनवरी के बाद चाह कर भी कोई अपना नॉमिनेशन वापस नहीं ले सकेगा।
पुष्कर सिंह धामी को जनता कर रही पसंद
इस वक्त उत्तराखंड में भाजपा की सरकार है लेकिन पिछले 5 सालों में भाजपा को तीन बार अपना मुख्यमंत्री बदलना पड़ा जिसका असर कहीं न कहीं इस विधानसभा चुनाव में उन्हें देखने को मिल सकता है। हालांकि पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड की जनता पसंद कर रही है लेकिन यह भाजपा के सत्ता में वापस आने के लिए काफी नहीं है।
भाजपा के सत्ता में आने में कांग्रेस बन सकती है रोड़ा
Committee For Political Awareness Drive (C-PAD) के ओपिनियन पोल की मानें तो भाजपा को उत्तराखंड में सरकार बनाने के लिए काफी मेहनत करना पड़ सकता है। साफ तौर पर कहे तो उत्तराखंड में भाजपा को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। उत्तराखंड की सत्ता और भाजपा के बीच कांग्रेस रोड़ा बनकर सामने आ सकती है।
In the last 5 years, @BJP4UK changed 3 Chief Ministers. Somewhere it can benefit @Congress and the BJP can get a tough fight in this #UttarakhandAssemblyElections2022.#ElectionsWithCPAD #UttarakhandElections2022 pic.twitter.com/Sl5XrL0xdJ
— Committee for Political Awareness Drive (@CPADrive) January 11, 2022
C-PAD का ओपिनियन पोल
C-PAd द्वारा 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक किए गए एक सर्वे में सामने आया कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को 30 से 35 सीटें मिल सकती हैं। जबकि कांग्रेस को 24 से 29 सीटों पर जीत मिल सकती है। वहीं आम आदमी पार्टी 6 से 9 सीटों के बीच ही सिमट कर रह जाएगी। बात करें अन्य दलों की तो उनके खाते भी 1 से 3 सीटें आ सकती है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में पुणे आने के लिए भाजपा को कठोर परिश्रम का सामना करना पड़ सकता है। जबकि कांग्रेस इस बार भाजपा को टक्कर देने के लिए पूरी तरह तैयार है। लेकिन आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की जनता के दिलों में जगह बना पाने में अभी भी ज्यादा सफल नहीं हो सकी है।