ताहिर ने किये कई सनसनीखेज खुलासे : ट्रम्प और हिंदुओं को सबक सिखाने की थी बहुत बड़ी प्लानिंग
डेस्क: दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपित व आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने एक के बाद एक कई खुलासे किए हैं. पुलिसिया पूछताछ में ताहिर ने बताया कि वो हिंदुओं को सबक सिखाना चाहता था, इसी लिए उसने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया.
साथ ही उसने योजनाबद्ध तरीके से अपने मकान की छत पर बड़ी मात्रा में पेट्रोल, डीजल और एसिड एकत्र कर लिए थे, ताकि कोई भी काफिर बच न सके. दरअसल, दिल्ली में बीते फरवरी माह में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से हिंसा को हवा देने का काम किया, जिसकी चपेट में आने से करीब 50 लोगों की जानें चली गई.
वहीं, दिल्ली पुलिस के आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या और हिंसा फैलाने के आरोपित ताहिर को उक्त मामले में गिरफ्तार कर लिया गया.
ट्रंप की यात्रा के दौरान करने वाला था कुछ बड़ा
इधर, पूछताछ में ताहिर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने बताया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान कुछ बड़ा करना चाहता था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ताहिर ने यह स्वीकार किया है कि वह पैसे और राजनीतिक ताकत के बल पर काफिरों को सबक सिखाना चाहता था.
इतना ही नहीं उसने माना है कि वह उत्तर-पूर्व दिल्ली में हिंसा का मास्टरमाइंड था. आगे उसने बताया वह गत आठ जनवरी को शाहीनबाग स्थित पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालय में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद से भी मिला था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हुसैन का काम ज्यादा से ज्यादा शीशे की बोतल, पेट्रोल, एसिड और पत्थर को अपने छत पर इकट्ठा करना था. वहीं, एक अन्य आरोपित खालिद सैफी का काम प्रदर्शन करने के लिए लोगों को इकट्ठा करने का था.
मकान की छत पर जमा कर रखे थे एसिड, पेट्रोल और पत्थर
हुसैन ने बताया कि उसने अपने छत पर भारी मात्रा में एसिड, पेट्रोल, डीजल और पत्थर जमा किए थे. उसने दंगों से पहले पुलिस स्टेशन से अपनी पिस्टल भी ली थी. इतना ही नहीं हिंसा से पहले 24 फरवरी को उसने कई लोगों को बुलाया और उन्हें बताया कि कैसे पत्थर, पेट्रोल बम और एसिड से हमले करने हैं.
इसी योजना के तहत परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट किया और 24 फरवरी, 2020 को दोपहर करीब 1.30 बजे पत्थराव करना शुरू किया. हुसैन ने खुलासा किया कि ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान लोगों से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की गई थी.
दरअसल, इसकी जानकारी उसे खालिद सैफी ने दी थी. खालिद ने ही हुसैन को तेजाब का इंतजाम करने के लिए भी कहा था, जिसे काफिरों और पुलिसवालों पर फेकना था.