मृत पति से प्रेगनेंट होने के लिए महिला को लेना पड़ा कोर्ट का आदेश, दायर कि याचिका
डेस्क: गुजरात में एक महिला ने अपने पति के कोरोना से पीड़ित होने के बाद मृत्यु होने पर प्यार की अंतिम निशानी पाने की इच्छा जाहिर की। इसके लिए उसने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाई कोर्ट में उसने अपने मृत पति से प्रेग्नेंट होने की इच्छा जाहिर की।
दरअसल, कनाडा की रहने वाली महिला ने गुजरात के रहने वाले एक व्यक्ति से 2020 के अक्टूबर में शादी की थी। शादी के बाद दोनों ही कनाडा में रहने लगे। कुछ दिनों पहले ही व्यक्ति अपने बीमार पिता के इलाज के लिए भारत आया जहां हृदयाघात के कारण उसके पिता की मौत हो गई।
पति हो गया कोरोना से संक्रमित
पिता की मृत्यु के कुछ दिन बाद ही वह व्यक्ति खुद भी कोरोना से संक्रमित हो गया। जब तबीयत अधिक बिगड़ने लगी तो उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत अधिक बिगड़ने पर वडोदरा के स्टर्लिंग अस्पताल में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। वहां के डॉक्टरों ने उस महिला को जवाब दे दिया कि उनके पति के पास मात्र 3 दिन बचे हैं।
पाना चाहती थी प्यार की आखिरी निशानी
पति के जीवन के कुछ ही दिन शेष होने के बारे में पता चलते ही वह महिला अंदर से टूट गई। अंत में उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि उसे अपने पति की आखरी निशानी चाहिए। वह अपने पति के स्पर्म से गर्भधारण करना चाहती है। इस पर डॉक्टरों ने उनसे कहा कि इसके लिए उन्हें कोर्ट की मंजूरी लानी होगी तभी यह संभव हो पाएगा।
महिला ने गुजरात हाईकोर्ट में दायर की याचिका
इसके तुरंत बाद ही महिला ने एक वकील की सहायता से गुजरात हाई कोर्ट में पति के स्पर्म से प्रेग्नेंट होने की इच्छा प्रकट करते हुए एक याचिका दायर की। जब जज ने महिला की याचिका देखा तो वह भी हैरान रह गए। बाद में कुछ देर सोच विचार कर और महिला की भावना को देखते हुए जज ने उसके पति के स्पर्म को एकत्रित करने के निर्देश दे दिए।
पति के स्पर्म से किया गर्भधारण
कोर्ट से आदेश मिलने के बाद डॉक्टरों ने उसके पति के शरीर से स्पर्म को एकत्रित कर लिया। गुजरात हाईकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद महिला को अपने पति के प्यार की आखिरी निशानी मिल सकी।