रूस के हमले से बचने के लिए यूक्रेन ने चला यह दाव, जानिए क्या होंगे परिणाम?
डेस्क: एक तरफ रूस लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन रूस के हमलों से बचने की सारी कोशिशें कर रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की का कहना है कि NATO और अमेरिका ने उन्हें धोखा दिया है। पहले मदद का आश्वासन देकर यूक्रेन की मदद कोई भी देश नहीं कर रहा है। ऐसे में रूस से यूक्रेन को बचाने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति ने यूरोपियन यूनियन में शामिल होने की अर्जी पर हस्ताक्षर कर दिया है।
आसान नहीं है यूरोपीय यूनियन का सदस्य बना
दरअसल, व्लादीमीर जेलेंस्की का मानना है कि यूरोपियन यूनियन में शामिल हो जाने के बाद यूक्रेन की मदद के लिए यूरोपियन यूनियन के सभी 27 देश आ जाएंगे। लेकिन आपको बता दें कि यूरोपियन यूनियन का सदस्य बनना आसान नहीं है। आमतौर पर इसकी सदस्यता लेने में 10 से 13 साल का समय लग जाता है। जबकि कई देश ऐसे हैं जिन्हें 2 से 3 सालों में ही यूरोपियन यूनियन की सदस्यता मिल गई थी।
27 देशों का चाहिए समर्थन
यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के लिए 4 स्टेप्स होते हैं जिनमें से यूक्रेन ने 2 स्टेप्स पार कर लिए हैं। अब आखरी के दो और अहम स्टेप्स पार करना बाकी है। इसके लिए यूरोपियन यूनियन के सभी 27 सदस्य देशों का समर्थन यूक्रेन को चाहिए। यदि एक भी देश ने यूक्रेन को अपना समर्थन देने से मना कर दिया तो यूक्रेन इस यूनियन का सदस्य नहीं बन पाएगा। यदि यूक्रेन इस यूनियन का सदस्य बन गया तो संभव है कि रूस और यूक्रेन का युद्ध समाप्त हो जाए।
रूस के प्रति बढ़ रही अन्य देशों की नाराजगी
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद से ही लगातार अन्य देश रूस के यूक्रेन के प्रति इस बर्ताव के प्रति नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। अमेरिका ने पहले ही रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन एवं विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर अमेरिका में ट्रेवल बैन कर दिया है। इसके अलावा रूस के 4 बैंकों के साथ कई बड़ी कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।