टोक्यो ओलंपिक में भारत के शेर बजरंग पुनिया ने लगाई दहाड़, सेमीफाइनल में बनाई जगह
डेस्क: टोक्यो ओलंपिक में एक तरफ जहां भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। वहीं दूसरी तरफ रवि कुमार दहिया ने रूस के खिलाड़ी को हराकर सिल्वर मेडल हासिल की। अब स्टार रेसलर बजरंग पुनिया ओलंपिक में मेडल जीतने के करीब पहुंच चुके हैं।
ईरान को शिकस्त दे बनाई सेमीफाइनल में जगह
बजरंग पुनिया ने ईरान के पहलवान को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। इसी के साथ हुआ है गोल्ड मेडल से बस कुछ ही कदमों की दूरी पर पहुंच चुके हैं। सेमिनफिनल को जीतकर वह सिल्वर मेडल पक्का कर सकते हैं।
तीन बार के वर्ल्ड चैंपियन से होगा मुकाबला
ओलंपिक के सेमीफाइनल में बजरंग पुनिया का सामना तीन बार के वर्ल्ड चैंपियन हाजी एलियेव से होगा। उसे हराकर पुनिया सिल्वर मेडल के लिए अपनी दावेदारी को पक्का कर सकते हैं क्वार्टर फाइनल में उन्होंने ईरान के पहलवान के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल किया था।
अब तक भारत के हिस्से आया एक सिल्वर मेडल
5 अगस्त को ओलंपिक में मेडल पाने वाले रवि कुमार दहिया पांचवें भारतीय पहलवान बने। उन्होंने सिल्वर मेडल को अपने नाम किया। इसके बाद से ही देश भर के कई लोग लगातार रवि कुमार को बधाइयां दे रहे हैं। बता दें कि इससे पहले सुशील कुमार ने 2012 के लंदन ओलंपिक में कुश्ती में रजत पदक को अपने नाम किया था।
कांस्य पदक से चुकी बेटियां लेकिन रच दिया इतिहास
उम्मीद किया जा रहा था कि इस बार भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक आसानी से जीत जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। रियो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट ग्रेट ब्रिटेन की टीम ने भारतीय टीम को 4-3 से मात दे दी। इसी के साथ भारत का कांस्य पदक जीतने का सपना भी चूर-चूर हो गया।
हालांकि भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया। तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचना उनके अविश्वसनीय प्रदर्शन का ही उदाहरण है। कांस्य पदक नहीं जीतने के बावजूद भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया।