दुनियाभर से गधा खरीद रहा चीन, पाकिस्तान भी गदगद, जानिये क्या है वजह

डेस्क: कोरोना वायरस महा’मारी के बीच चीन इन दिनों पाकिस्तान से भारी संख्या में गधे खरीद रहा है. इसके बदले पाकिस्तान को भारी रकम भी चीन दे रहा है. इससे पाकिस्तान काफी गदगद है, क्योंकि कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण वहां की आर्थिक स्थिति काफी बदतर हो गयी है. ऐसे में चीन की यह सहायता पाकिस्तान के लिए काफी अहम साबित हो रही है. वैसे भी पाकिस्तान में गधों की आबादी दिनों दिन बढ़ रही थी, जो 55 लाख की संख्या पार कर चुकी थी. हालांकि चीन सिर्फ पाकिस्तान से ही नहीं. इन दिनों दुनियाभर से गधे खरीद रहा है. उनमें अफ्रीकी देश भी शामिल हैं.
आखिर गधा क्यों खरीद रहा चीन
आइये जानते हैं कि आखिर चीन इतनी भारी संख्या में दुनियाभर से गधे क्यों खरीद रहा है. आपको बता दें कि चीन में गधों का उपयोग दवा बनाने में होता है. यह दवा काफी कीमती होती है. साथ ही चीन में गधे का मांस खाया भी जाता है. आपको यह जान कर हैरत होगी कि चीन में कई तरह की पारंपरिक दवाओं में गंधे की चमड़ी व गधे के हड्डियों का इस्तेमाल होता है. चीन में तो गधे के अलावा सांप, बिच्छु, छिपकली जैसे कई अन्य जानवरों से भी दवा बनायी जाती है, जिनका इस्तेमाल कैंसर, हृदय रोग जैसे कई मारक बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
जानकारों के मुताबिक गधों की चमड़ी में जिलेटिन नामक पदार्थ होता है, जिससे एजियाओ (Ejiao) नामक दवा बनती है. यह दवा काफी कारगर भी होती है. इसका इस्तेमाल जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए किया जाता है. यह दवा चीनी में ट्रेडिशनल तरीके से बनायी जाती है. इसके साथ ही गंधे की चमड़ी से बननेवाली दवा बांझपन दूर करने और प्रचनन में सहयोग के लिए उपयोग किया जाता है. गधे से बननेवाली दवा की चीन व अन्य देशों में काफी मांग है. इस दवा का कारोबार दुनियाभर में 130 बिलियन डॉलर से अधिक का माना जाता है.