विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान, कहा- अब चीन से करना होगा मुकाबला
डेस्क: लद्दाख बॉर्डर पर चीन के साथ चल रही टेंशन के बीच रविवार को सैन्य स्तर की बैठक से पूर्व विदेश मंत्री एस जयशंकर एक बड़ा बयान दिया, उन्होंने कहा कि भारत को चीन का मुकाबला करने के लिए तैयार रहना होगा.
जयशंकर का यह बयान चीन के साथ 5वें दौर की बातचीत से पहले आया. बताया जा रहा था कि यह बातचीत पहले रद्द हो गई थी. विदेश मंत्री ने हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान चीन के मुद्दे पर बेबाकी से अपनी बात रखते हुए कहा कि चीन के साथ संतुलन तक पहुंचना आसान नहीं है.
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भारत को इसका विरोध करना होगा और मुकाबले के लिए खड़ा होना ही होगा. चीन को संदेश देते हुए जयशंकर ने यह भी साफ कर दिया कि बॉर्डर पर चीन की हरकतों का असर व्यापार पर भी पड़ना तय है.
चीन के रूख से भारत नाराज
विदेश मंत्री ने कहा कि बॉर्डर की स्थिति और देश के रिश्तों को अलग-अलग करके नहीं रखा जा सकता है. यह सच्चाई है और इसे चीन को भी समझ लेना चाहिए. हालांकि, जयशंकर का यह बड़ा बयान ऐसे समय में आया है, जब चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है.
वह लद्दाख में अपनी सेना को पीछे लेकर जाने की बात तो करता है, लेकिन ऐसा असल में होता नहीं दिखता. इसके चलते पांचवे दौर की सैन्य मीटिंग पहले कैंसल हो गई थी.
अमेरिका से संबंध पर बोले विदेश मंत्री
हालांकि, बाद में चीन इस को मीटिंग राजी जरूर हुआ, लेकिन हकीकत यह है कि ड्रैगन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. विदेश मंत्री ने इस दौरान अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं.
जयशंकर ने कहा कि भारत अमेरिका का परपंरागत साथी नहीं है, लेकिन अब संबंध बेहतर हुए हैं. चीन के साथ भारत के रिश्ते द्वीपक्षीय हैं. अगर अमेरिका संग रिश्तों के संदर्भ में इसे देखा जाए तो अंदाजा गलत हो सकता है.