कट्टर होते हैं तब्लीगी जमात के लोग, इन्हें कोरोना फैलाने का मिला था जिम्मा : आरके सिन्हा
पूर्व सांसद सिन्हा ने तब्लीगी जमातियों पर प्रहार करते हुए कहा..
डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने देश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के लिए तब्लीगी मरकज के जमातियों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि इन जमातियों के कारनामों की चिट्ठी दिन-प्रतिदिन परत-दर-पतर खुल रही है.
लेखक एवं चिंतक आरके सिन्हा ने शनिवार को जारी वीडियो संदेश के माध्यम से कहा कि आधुनिक शिक्षा से वंचित होने की वजह से तब्लीगी जमात के लोग कट्टरपंथी हैं. ये लोग देश में अभी तक मदरसों में धार्मिक शिक्षा प्राप्त करके इस्लाम धर्म के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं. उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय का हवाला देते हुए कहा कि देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच कोरोना वायरस का प्रभाव फैलाने का जिम्मा इन जमातियों को दिया गया था. इसलिए तब्लीगी जमातियों को विदेशों से धन मुहैया करवाया जा रहा था, जो काफी चिंताजनक है.
पूर्व सांसद सिन्हा ने तब्लीगी जमातियों पर प्रहार करते हुए कहा कि इन जमातियों ने बिहार में खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में कोरोना वायरस को फैलाने का काम किया है. यह एक प्रकार से षड्यंत्र के तहत किया गया काम है. साथ ही, यह भाजपा और जदूय के बीच गठबंधन को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से तब्लीगी जमात के लोगों द्वारा बिहार में डॉक्टरों और नर्सों पर इलाज एवं क्वारंटाइन के दौरान सुनियोजित हमले किए जा रहे हैं इससे निपटना एक बड़ी चुनौती बन रही है. बिहार सरकार के लिए यह सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है. इन हमलों पर लगाम नहीं लग पाने के कारण बिहार सरकार की किरकिरी हो रही है.
उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात द्वारा किए जा रहे सुनियोजित हमलों से बिहार सरकार के अनेक अच्छे कार्यों पर पानी फिर रहा है. मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितना ध्यान कोरोना वायरस की रोकथाम में लगा रहे हैं, उतना ही ध्यान उन्हें कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भी लगाना चाहिए. ताकि इन हमलों को रोका जा सके और सरकार को हो रही किरकिरी से बचाया जा सके. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 अप्रैल से राज्य में सरकारी कार्यालयों को खोलने के फैसले का स्वागत किया है.
पूर्व सांसद सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार ने जल जीवन, हरियाली तथा सात निश्चय को आधार बनाते हुए राज्य में नई कार्ययोजनाओं को प्रारंभ करने के संकेत दिए हैं, यह काफी प्रशंसनीय है. मुख्यमंत्री की इस नई कार्ययोजना से बड़ी संख्या में देश के विभिन्न राज्यों से वापस बिहार आए दिहाड़ी मजदूरों को काम देने में काफी सुविधा होगी और संकट की इस घड़ी में उनका बहुत बड़ा कल्याण होगा. मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस फैसले का तहे दिल से स्वागत करता हूं.