आग लगाना हुआ महंगा, बढ़ी माचिस की कीमत, पिछले 14 सालों में यह चीजें हुई कई गुना महंगी
डेस्क: लॉकडाउन के पहले और बाद में कई चीजों के कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला। इसके अलावा भी प्रत्येक वर्ष कुछ न कुछ महंगा होता जाता है और लोग महंगाई का रोना रोते रह जाते हैं। लेकिन कुछ चीजें ऐसी है जिन की कीमतें पिछले कई वर्षों से नहीं बढ़ी थी इनमें पारले जी और माचिस प्रमुख हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में parle-g के 1 पैकेट के साइज में काफी कमी आई है लेकिन माचिस का डब्बा ज्यों के त्यों एक रुपए में ही मिलता आ रहा है।
बढ़ी माचिस की कीमत
अब जाकर 14 सालों के बाद माचिस के एक डब्बे की कीमत बढ़ने जा रही थी। अब माचिस के डिब्बे की कीमत ₹1 के जगह ₹2 हो जाएगी। माचिस के डिब्बे की नई कीमत दिसंबर के महीने से प्रभावशाली होगी। इसकी कीमत को बढ़ाने के पीछे का कारण कच्चे माल की बढ़ती कीमतों को बताया गया है। बताया जा रहा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने के कारण माचिस के प्रोडक्शन के खर्चे में भी वृद्धि आई है जिस कारण उसकी कीमत बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
पिछले 14 सालों में इतनी बढ़ी महंगाई
माचिस के डिब्बे की कीमत में मात्र ₹1 की वृद्धि से हो सकता है कि किसी को परेशानी ना हो लेकिन पिछले 14 वर्षों में कई चीजों की कीमतों में 4 से 5 गुना बढ़त देखी गई है। उदाहरण के तौर पर यदि हम पेट्रोल और डीजल की कीमतों की बात करें तो 14 वर्ष पहले डीजल लगभग ₹30 प्रति लीटर मिलता था लेकिन आज की कीमत लगभग ₹96 प्रति लीटर हो चुकी है। ठीक है ऐसे ही पेट्रोल की कीमतों में भी इन 14 वर्षों में ढाई गुना वृद्धि हुई है।
14 वर्ष पहले पेट्रोल की कीमत लगभग ₹44 प्रति लीटर थी लेकिन अब यह लगभग ₹108 प्रति लीटर में मिल रही है। 14 वर्षों पहले एलपीजी सिलेंडर लगभग ₹280 में मिलती थी लेकिन आज इसकी कीमत ₹900 प्रति सिलेंडर से भी अधिक हो चुकी है। इन वर्षों में एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 3 गुना वृद्धि हुई है। वही बात करें सरसों तेल की तो इसके कीमत में 4 गुना बड़ा देखा गया है। 14 साल पहले ₹50 प्रति लीटर मिलने वाला सरसों तेल आज ₹200 प्रति लीटर से अधिक रुपए में मिल रहा है।