जुलाई में खुल सकता है स्कूल कॉलेज, अगले हफ्ते जारी हो सकती है गाइडलाइन
शिक्षण संस्थान खुलने पर भी प्राइमरी कक्षा बंद रह सकता है
डेस्क: कोरोना वायरस कोविड-19 के वजह से भारत सहित पूरे विश्व में लॉकडाउन है, महजुदा लॉकडाउन 4.0 है जो 31मई को खत्म हो सकता है, कुछ जानकरों का ये भी कहना है कि देश में लॉकडाउन 5 भी हो सकता है। खबरों के मुताबिक ग्रीन और ऑरेंज जोन में जुलाई में स्कूल और कॉलेज खुल सकते हैं। पर शिक्षण संस्थान खुलने पर भी प्राइमरी कक्षा बंद रह सकता है।
जानकरों का कहना है कि छोटे बच्चों में सामाजिक दूरी के साथ पढ़ाई करवाना और संभालना थोड़ा मुश्किल है। इस लिए बड़ी कक्षाओं (आठवीं से 12वीं कक्षा) के छात्रों के लिए स्कूल साथ खुल सकते हैं।
शिक्षण संस्थानों को खोलने और दाखिला प्रवेश परीक्षा से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सेफ्टी गाइडलाइन तैयार कर ली हैं
इसमें स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी को लेकर अलग-अलग गाइडलाइन होगी। उम्मीद है कि मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक अगले हफ्ते तक इस सेफ्टी गाइडलाइन को जारी कर सकते हैं।
सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक, प्राइमरी कक्षा को कोरोना बचाव के तहत हालात ठीक होने तक घर से काम करने को दिया जा सकता है। होम वर्क में छात्रों की क्रिएटिविटी पर जोर दिया जाएगा। मंत्रालय के द्वारा जारी होने वाली सेफ्टी गाइडलाइन को राज्य सरकारें उसमें आगे अपने आधार पर थोड़ा बहुत बदलाव कर सकेंगी।
पाठ्यक्रम हो सकता है छोटा
सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों, केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय से लेकर, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम व किताबों से पढ़ाई करवाने वाले राज्यों के स्कूलों में भी 2020 सत्र में पाठ्यक्रम में बदलाव हो सकता है। लॉकडाउन के चलते पढ़ाई का नुकसान पूरा करने के लिए सीबीएसई पाठ्यक्रम को कम करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि कितना पाठ्यक्रम कम होगा, इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
संस्थान खोलने से पहले शिक्षकों को थर्मल स्कैनर प्रयोग करने, सामाजिक दूरी के साथ छात्रों को रहने, बैठने, खाने आदि को सीखाने की बाकायदा ट्रेनिंग भी दी जाएगी। कक्षा में एक बेंच पर एक छात्र ही बैठेगा या फिर तीन वाले सीटिंग प्लान में बीच की सीट खाली रहेगी।
वहीं, बड़ी कक्षाओं के छात्र से लेकर शिक्षक या कर्मी हर कोई मॉस्क,दस्ताने पहनकर आएगा। कैंटीन, कॉरिडोर, कक्षा, लाइब्रेरी से लेकर टॉयलेट रूम के बाहर भी कोरोना बचाव की गाइडलाइन लगी होंगी। सीसीटीवी से छात्रों की सामाजिक दूरी के नियमों को जांचा-परखा जाएगा।