8 साल तक भीख मांगकर किया जीवन यापन, आज इतनी संपत्ति के मालिक हैं धीरेंद्र शास्त्री
डेस्क: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पिछले कुछ समय से काफी चर्चा में हैं। दरअसल, उनपर अन्धविश्वास फ़ैलाने का आरोप लगाया गया था। हालांकि उनपर ऐसा आरोप लगाने के बाद से ही लगातार देश भर से लोग उनके समर्थन में सामने आए हैं और कुछ ही दिनों के भीतर उन्हें पहले से कई गुना अधिक प्रसिद्धि मिल गयी।
बागेश्वर धाम सरकार भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जहाँ लोग इस उम्मीद से जाते हैं कि बालाजी की कृपा से उनकी साड़ी समस्याएं दूर हो जाएगी। बागेश्वर धाम में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर आते हैं और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उन्हें एक पर्चे पर लिखते हैं और समाधान भी बताते हैं।
लोगों की समस्याओं का समाधान करने के आलावा पंडित जी कथावाचन भी करते हैं। मुख्यरूप से वह रामायण की कथा सुनाते हैं लेकिन वह भागवत महापुराण का भी कथावाचन करते हैं। पंडित कृष्ण शास्त्री से कथा सुनने के लिए उनकी टीम से संपर्क करना पड़ता है। वह कथावाचन के लिए एक दिन के 8 हजार रुपए लेते हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का शुरुआती जीवन
धीरेंद्र कृष्ण जी को बागेश्वर वाले महाराज के नाम से जाना जाता है। वे भागवत महापुराण के सूत्रधार हैं। उनका जन्म 4 जुलाई 1996 को भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गाड़ा गाँव में हुआ था। उन्होंने अपना बचपन गढ़ा में बिताया और एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
उनका जन्म राम करपाल गर्ग (पिता) और सरोज गर्ग (मां) के घर हुआ था। उनके दादा भगवान दास गर्ग निर्मोही अखाड़ा के एक अच्छे विद्वान थे। उनके दादा ने ही उन्हें रामायण और भागवत गीता का अध्ययन सिखाया। पंडित धीरेन्द्र अपने दादा जी को ‘दादा गुरु’ कहकर सम्बोधित करते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री अपने भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया कि उनके पिताजी कुछ करते नहीं थे, इस वजह से उन्होंने 8 साल तक भीख मांगकर जीवन यापन किया। उनकी मां कहती थीं कि जब भी घर से निकलना तो मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ निकलना, ताकि कोई यह न समझे कि हम भूखे हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री: बागेश्वर धाम सरकार
मध्य प्रदेश में छतरपुर के पास बागेश्वर धाम का दरबार लगता है जहां बालाजी का प्राचीन मंदिर है। उस मंदिर की बागडोर अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हाथ में है। ऐसा कहा जाता है कि पंडित धीरेंद्र को हनुमान जी की विशेष सिद्धि प्राप्त है और उन्हें हनुमान जी के प्रत्यक्ष दर्शन भी हुए हैं।
वह अपनी शक्तियों से लोगों की समस्याओं को पहचान कर बालाजी की आज्ञा के अनुसार उनका समाधान करते हैं। यह बात स्वयं बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कही है। उनका कहना है कि उन्होंने बहुत कम उम्र में ही साधना शुरू कर दी थी और आज उनके पास बालाजी द्वारा दी गई शक्तियां हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कुल संपत्ति
कथा वाचन करके वह रोजाना करीब आठ हजार रुपये कमाते हैं। प्रति महीने उनकी आय करीब 3.5 लाख रुपये तक है। वहीं बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कुल संपत्ति करोड़ों में बताई गई है जिसका उपयोग वह सेवा कार्यों में करते हैं। बागेश्वर धाम में हर महीने 70-80 हजार लोगों को नि:शुल्क भोजन कराया जाता है। साथ ही वह गरीब परिवार की लड़कियों का विवाह भी अपने खर्चे से करवाते हैं।