उत्तर प्रदेश

‘मोस्ट वांटेड’ की लिस्ट में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, जानिए पूरा इतिहास

डेस्क: माफिया अतीक अहमद की पत्नी 51 वर्षीय शाइस्ता परवीन अब यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में है। यहां तक कि शाइस्ता के बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 50,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। ज्ञात हो कि केवल दो दिनों के अंतराल में शाइस्ता ने अपने बेटे असद और पति अतीक को खो दिया।

असद के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के दो दिन बाद प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मार दी गई थी। कयास लगाए जा रहे थे कि शाइस्ता परवीन अतीक के अंतिम संस्कार में सरेंडर कर देंगी, लेकिन वह फरार हैं।

कौन हैं शाइस्ता प्रवीण?

शाइस्ता के पिता पुलिस में थे और 1996 में अतीक से शादी करने से पहले शाइस्ता की दुनिया बिल्कुल अलग थी। उसने 12वीं तक पढ़ाई की है और उनका किसी भी अवैध गतिविधियों से कोई संबंध नहीं था।

शाइस्ता के नाम पर 2009 से प्रयागराज में चार मामले दर्ज हैं, जिनमे से तीन धोखाधड़ी और एक ह’त्या सम्बंधित है। कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत पहले तीन मामले 2009 में दर्ज किए गए थे, जिनमें 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा या वसीयत की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और आर्म्स एक्ट की धारा 30 (लाइसेंस या नियम का उल्लंघन) के अलावा 471 (जाली दस्तावेज का इस्तेमाल करना)।

 Atiq's wife Shaista Parveen Most Wanted

इसके अलावा शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड के प्रमुख अभियुक्तों में से एक भी है। शाइस्ता उमेश पाल की हत्या की योजना और निष्पादन का हिस्सा थी ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है। 2021 में शाइस्ता एआईएमआईएम से जुड़ीं। जनवरी 2023 में वह बसपा में शामिल हो गईं।

जब अतीक अहमद जेल में था, शाइस्ता ने उसके सिंडिकेट को चलाने में सक्रिय भूमिका निभाई। शाइस्ता परवीन गैंग में गॉडमदर के तौर पर जानी जाती हैं।

अतीक के रिश्तेदार मोहम्मद जिशान ने कहा कि अतीक ने एक बार अपने बेटे अली को 25 निशानेबाजों के साथ जिशान के पास भेजा और उससे कहा कि वह अपनी जमीन शाइस्ता के नाम कर दे और ₹5 करोड़ की मांग करे।

शाइस्ता का योगी को पत्र

अतीक की मौत के बाद शाइस्ता परवीन द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा गया एक कथित पत्र सामने आया है। पत्र में उसने लिखा है कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक, अशरफ को झूठा फंसाया जा रहा है। शाइस्ता ने आरोप लगाया कि मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उमेश पाल की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता थे। बता दें कि यह पत्र 27 फरवरी को लिखा गया था।

उन्होंने पत्र में लिखा, “अगर आप (सीएम आदित्यनाथ) हस्तक्षेप नहीं करते हैं, तो मेरे पति, बहनोई और बेटों को मार दिया जाएगा।”

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