बिहार पुलिस के सिपाही के घर मिला करोड़ों की संपत्ति, छापा मारने के बाद गिनते-गिनते थक गए अफसर
डेस्क: भ्रष्टाचार कहीं भी दिख सकता है इसके लिए कोई नेता अथवा मंत्री होना आवश्यक नहीं है। किसी बड़े पुलिस अधिकारी से लेकर एक साधारण सिपाही भी भ्रष्ट हो सकता है। बिहार पुलिस के एक सिपाही के भ्रष्ट होने की जानकारी तब मिली जब उसकी करोड़ों की काली संपत्ति छापेमारी के दौरान जब्त हुई। ध्यान देने वाली बात यह है कि उनकी संपत्ति उनके वास्तविक आय से 544% अधिक थी।
बिहार पुलिस के मेंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज और उनके सभी भाइयों के कुल 9 ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई द्वारा छापा मारने के बाद यह खुलासा हुआ। छापेमारी के बाद नरेंद्र कुमार के सभी सात भाइयों और उनके भतीजे के पास आय से अधिक संपत्ति पाई गई। यह संपत्ति लगभग 9 करोड़ 50 लाख रुपए की थी।
कई जगहों पर है अचल संपत्ति
इसके अलावा भी इन भाइयों के नाम कई मकान आवासीय व कृषि योग्य भूमि भी है। मंगलवार को नरेंद्र कुमार के सभी भाइयों के आवास व दुकानों में छापा पड़ने के बाद एक के बाद एक सभी भाइयों के पोल खुलने लगे। इनकी संपत्ति में कुल कितने नकद रुपए बरामद हुए जिनी गिनते गिनते ईओयू के अधिकारी भी थक गए।
छापेमारी में फंसे सभी भाई
नरेंद्र कुमार धीरज की नियुक्ति साल 1988 में नालंदा जिला बल में हुई थी। इनके कुल छः भाई हैं जो शुरू में आए के लिए इन पर ही आश्रित रहते थे। लेकिन बाद में नरेंद्र की सहायता से सभी भाई अपने अपने व्यवसाय में लग गए। अब ईओयू द्वारा छापेमारी में सभी भाइयों के नाम करोड़ों की संपत्ति बरामद हुई है। जब्त किए गए सभी जमीनों में केवल 3-4 बीघा जमीन ही उनकी पुश्तैनी जमीन है।