‘मथुरा में नहीं तो पाकिस्तान के लाहौर में बनेगा भगवान कृष्ण का मंदिर’ : पत्रकार को योगी के मंत्री का जवाब
डेस्क: कभी कभी कुछ सवाल ऐसे होते हैं, जिसे सुन कर सामनेवाला या तो असहज हो जाता है या पील पड़ता है। वहीं कुछ जवाब भी ऐसे होते जिस पर काफी वाहवाही मिलती है। ऐसे सवाल जवाब पत्रकार और नेताओं में अक्सर देखने सुनने को मिलता है। अभी उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल है। वहां से इन दिनों काफी रोचक राजनीतिक खबरें और बयानबाजी सामने आ रही हैं।
योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मी नारायण ने भी एक पत्रकार के सवाल के जवाब में उल्टा सवाल करते हुए वहां माहौल बदल दिया। पत्रकार ने जब पूछा कि क्या मथुरा में आप लोग भगवान कृष्ण का मंदिर बनवाएंगे? तो मंत्री साहब ने हास्य अंदाज में जवाब दिया कि भाई आखिर भगवान कृष्ण का मंदिर मथुरा में नहीं, तो क्या पाकिस्तान के लाहौर में बनेगा।
गत दिनों राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा एक अन्य मंत्री द्वारा मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर स्थित मुगलकालीन शाही ईदगाह के स्थान पर (जिसे भगवान कृष्ण का मूल जन्मस्थान माना जाता है) मंदिर बनाने जैसे बयानों के संदर्भ में संवाददाता ने उनसे सवाल पूछा था।
लक्ष्मी नारायण ने कहा, वर्तमान में जिस स्थान पर शाही ईदगाह है, वहां कंस का कारागार हुआ करता था। उसी कारागार में बंद माता देवकी एवं वसुदेव की आठवीं संतान भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। उनका मंदिर वहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा में पैदा हुए तो उनका मंदिर भी यहीं बनना चाहिए।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर मथुरा में नहीं तो क्या लाहौर में बनेगा।’
शाही ईदगाह में भगवान लड्डूगोपाल का करेंगे जलाभिषेक
नवंबर में अखिल भारत हिन्दू महासभा की अध्यक्ष राज्यश्री ने मथुरा को लेकर कथित तौर पर महासभा की योजना का खुलासा किया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि उनके संगठन के पदाधिकारी, सदस्य एवं आम हिन्दू मतावलंबी जन आगामी छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर स्थित शाही ईदगाह में भगवान लड्डूगोपाल का जलाभिषेक करेंगे।
कई अन्य संगठन भी हो गए सक्रिय
हिंदू महासभा के बयान के बाद तो जैसे अनेक संगठनों, संस्थाओं आदि की ओर से श्रीकृष्ण जन्मभूमि एवं शाही ईदगाह को लेकर अनेक कार्यक्रमों की घोषणा करने की झड़ी से लग गयी।
24 नवंबर से 21 जनवरी तक लगा कार्यक्रमों पर निषेधाज्ञा
तनाव की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन ने जिले में 24 नवंबर से 21 जनवरी तक ऐसे कार्यक्रमों पर एहतियातन निषेधाज्ञा लागू कर दिया।
सोशल मीडिया पर गरमाया मुद्दा
सोशल मीडिया पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद मुद्दा गर्म गया। विधायक दुग्ध विकास, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री चौ. लक्ष्मी नारायण ने भी मामले में बयान दिया है।