प्राइवेट हॉस्पिटल्स को अपने अधीन लेगी योगी सरकार!
योगी सरकार उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को कुछ समय के लिए अपने अधीन ले सकती है.
डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा सकती है. सूत्रों की मानें तो योगी सरकार उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को कुछ समय के लिए अपने अधीन ले सकती है. सरकार की देखरेख में इन प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों और संदिग्धों का इलाज होगा. योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को राज्य के सभी बड़े प्राइवेट अस्पतालों के बारे में डेटा तैयार करने के लिए कहा है. कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए योगी सरकार जल्द ही प्राइवेट अस्पतालों को अपने अधीन लेने की घोषणा कर सकती है.
देश के करीब 80 जिलों में है लॉकडाउन
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. देश के 80 जिलों में पूरी तरह लॉकडाउन किया गया है. उत्तर प्रदेश के 16 जिले भी लॉकडाउन में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री जनता से लगातार अनुरोध कर रहे हैं कि वे कुछ दिनों के लिए अपने घरों के अंदर ही रहें. बहुत जरूरी न हो तो घरों से बाहर नहीं निकलें. क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए एक ही तरीका है, वो है सोश डिस्टेंसिंग. कोरोना का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है और यह वायरस लोगों से एकदूसरे में बहुत तेजी से फैल रहा है.
देश में कोरोना पेशेंट्स 430 के पार
देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 430 के पार जा चुकी है. महाराष्ट्र और केरल इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हैं. भारत के कुल 22 राज्यों में कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंच चुका है. ऐसे में जनता को जागरूक होने की जरूरत है. विदेश से लौटे किसी भी नागरिक को कम से कम 14 दिन के लिए आइसोलेट रहने की जरूरत है. अगर इन 14 दिन के भीतर उसे कोरोना संबंधी कोई लक्षण महसूस होता है तो सरकार द्वारा जारी हेल्प लाइन नंबर पर फोन कर चिकित्सीय सुविधा ली जा सकती है. समाजीकरण से दूर रहना ही कोरोना का सबसे सस्ता और सुरक्षित इलाज है.