योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि, यूपी के 10 जिले कोरोना मुक्त घोषित
अस्पतालों से संक्र'मण फैलने को रोकने के लिए ट्रेनिंग
डेस्क: प्रदेश में कोरोना संक्र’मण के मामले बढ़ने के साथ इस लड़ाई में योगी सरकार को बड़ी सफलता मिली है. राज्य के 10 जनपदों में बेहतर इलाज की बदौलत मरीज पूरी तरह से ठीक हो गये हैं. इस तरह ये जनपद कोरोना मुक्त हो चुके हैं.
43 जनपदों में 1226 कोरोना एक्टिव केस
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 53 जनपदों में कुल 1412 कोरोना प्रकरण सामने आये हैं. 165 मरीज ठीक होने पर घर जा चुके हैं. वहीं अब तक 21 लोगों की इस संक्र’मण से मौ’त हुई है. उन्होंने बताया कि कुल 1226 कोरोना एक्टिव केस हैं, जो 43 जनपदों में हैं. पहले कोराना संक्र’मित जनपदों की संख्या 53 थी. राज्य में 22 जनपद पहले से ही कोरोना से मुक्त थे. 10 नये जिले इस श्रेणी में शामिल होने से अब कोराना मुक्त जनपदों की कुल संख्या 32 हो गई है.
ये 10 जनपद हुए कोरोना संक्र’मण से बाहर
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि इन 10 जनपदों में पीलभीत, लखीमपुर खीरी, हाथरस, बरेली, प्रयागराज, महराजगंज, शाहजहांपुर, बाराबंकी, हरदोई और कौशाम्बी हैं. हालांकि यहां अभी भी सावधानी बरतने के साथ सैम्पल जांच के लिए लगातार भेजने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि ये वायरस किसी भी समय वापस लौट सकता है, इसलिए यहां प्रशासन को सावधान रहने को कहा गया है.
प्रयागराज और झांसी मेडिकल कॉलेज में भी शुरू होगी पूल टेस्टिंग
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में पूल टेस्टिंग लगातार जारी है. उत्तर प्रदेश पूल टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य है. यहां किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से इसकी शुरुआत की गई थी. वहीं अब अन्य जगहों की लैब में भी पूल टेस्टिंग की जा रही है. मंगलवार को केजीएमयू में 200 सैम्पल, मेरठ मेडिकल कॉलेज में 200 सैम्पल, इटावा में 180 सैम्पल की पूल टेस्टिंग की गई. जल्द ही प्रयागराज और झांसी मेडिकल कॉलेज भी भी पूल टेस्टिंग शुरू कर दी जायेगी.
अस्पतालों से संक्र’मण फैलने को रोकने के लिए ट्रेनिंग
उन्होंने कहा कि राज्य में तब्लीगी जमात और उससे जुड़े लोगों की वजह से संक्रमण बड़े पैमाने पर फैला था. इसके बाद मेडिकल स्टेबलिसमेंट इसकी वजह बने. इसलिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में जहां इलाज किया जा रहा है, वहां पूरी ट्रेनिंग, चिकित्सा उपकरणों और इन्फेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज करने को कहा गया है, जिससे संक्र’मण वहां से नहीं फैले. राज्य में कोरोना इलाज को लेकर सभी एल-1,एल-2 और एल-3 अस्पतालों के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की इस सम्बन्ध में ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है.
बुजुर्ग अब तक सबसे कम संक्र’मित
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कोरोना केस के मामलों को लेकर कहा कि राज्य में बुजुर्गों की बेहतर देखरेख होने की वजह से वह अब तक सबसे कम संक्रमित हुये हैं. 60 से अधिक उम्र में 8.34 प्रतिशत बुजुर्ग संक्र’मित हुए. इनमें 7.28 प्रतिशत वृद्ध पुरुष और 1.06 प्रतिशत वृद्ध महिलाएं हैं.
हर आयु वर्ग में महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा संक्र’मित
0-20 आयु वर्ग में कुल 19.51 प्रतिशत संक्र’मितों में 15.48 प्रतिशत बालक और 4.03 प्रतिशत बालिकाएं हैं. 21-40 आयु वर्ग में कुल 47.49 प्रतिशत संक्र’मितों में 37.03 प्रतिशत युवक और 10.46 प्रतिशत युवतियां हैं. वहीं 41-60 आयु वर्ग में कुल 24.66 प्रतिशत संक्र’मितों में 19.01 प्रतिशत पुरुष और 5.65 प्रतिशत महिलाएं हैं. इसके साथ ही प्रदेश में कुल संक्र’मित मामलों में 78.80 प्रतिशत पुरुष और 21.20 प्रतिशत महिलाये हैं.