महाकुंभ 2025 के लिए सर्वसम्मति से लिया गया यह फैसला, इन दिनों को होंगे शाही स्नान
डेस्क: महाकुंभ 2025 के तिथियों का निर्धारण करने के लिए 8 जुलाई को एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रशासन के अधिकारियों के साथ साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और अन्य 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। सभी की उपस्थिति में सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि महाकुंभ 2025 का शाही स्नान 13 जनवरी 2025 के दिन पोस्ट पूर्णिमा से शुरू होगा। यह अगले 45 दिनों तक चलेगा जिसके लिए तिथियां तय कर ली गई है।
बता दें कि कमिश्नरी के गांधी सभागार में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता प्रयागराज मेला प्राधिकरण के विजय विश्वास पंत, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर और महाकुंभ मेला के अधिकारी विजय किरण आनंद ने की। इस बैठक में कई घंटों तक विचार-विमर्श चला जिसमें प्रशासन ने संगम तट पर स्थित कई मुख्य मंदिरों के कॉरिडोर को विकसित करने का प्रस्ताव भी सभी के सामने रखा। इस दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई मुख्य फैसले लिए गए।
महाकुंभ के तैयारी में जुटी प्रशासन
प्रशासन के अनुसार महाकुंभ 2025 के दौरान स्नान करने के लिए 7 नए घाट बनाए जा रहे हैं साथ ही इनमें नामों और सुरक्षित स्नान की व्यवस्था भी की जा रही है। इस बैठक में प्रशासन की ओर से उपस्थित सभी अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास प्रशासन द्वारा की जाएगी। किसके लिए प्रशासन पहले ही महाकुंभ तक आने वाले राजमार्गों के सुधार और विस्तार का कार्य शुरू कर चुकी है।
प्रयागराज के मजिस्ट्रेट संजय खत्री ने भी बैठक में उपस्थित सभी लोगों को महाकुंभ मेले के आयोजन के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं प्रदान करने का वादा किया है। बता दें कि महाकुंभ 2025 का प्रथम शाही स्नान पौष पूर्णिमा अर्थात 13 जनवरी को होगा। जबकि द्वितीय शाही स्नान मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी को होगा। वही तृतीय, चतुर्थ, पंचम और षष्ठम शाही स्नान क्रमशः 29 जनवरी, 3 फरवरी, 12 फरवरी और 26 फरवरी को होंगे