मथुराः कृष्ण जन्मोत्सव में बाहरी भक्तों को भगवान से मिलने से रोकेगा कोरोना
डेस्कः वैश्विक महामारी के कारण साल 2020 का हर पर्व त्यौहार फीका ही नहीं पड़ा बल्कि लोग सही तरीके से कोई भी त्यौहार नहीं मना पाये. कई जगहों में सुविधाओं की कमी थी, तो कुछ जगहों में सुविधा होते हुए भी लोगों की कमी के कारण त्यौहार नहीं मन पाया, तो कुछ जगहों में संक्रमण के कारण लोगों का जाना वर्जित रहा. ऐसे में अब भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर भी कोरोना के ग्रहण लगने के पूरे आसार दिख रहे हैं. दरअसल, अबकी बाहरी लोगों के मथुरा आगमन पर रोक लगाया जा सकता है.
अधिकारियों ने की बैठक
हाल ही में जिलाधिकारी सहित एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कलेक्ट्रेट सभागार में जन्माष्टमी एवं 15 अगस्त से संबंधित बैठक की थी, जिसमें बांके बिहारी, जन्मस्थान, द्वारिकाधीश मंदिर के साथ अन्य प्रमुख मंदिरों के पदाधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में सुझाव लिए गए कि कोरोना के दृष्टिगत मंदिरों में भीड़-भाड़ को रोका जाए. बैठक में कहा गया कि प्रमुख मंदिरों के पदाधिकारी प्रशासन को दो दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें.
वहीं, बैठक में उपस्थित व्यक्तियों का सुझाव था कि मानव जीवन को कोरोना वायरस से बचाए जाने के लिए मंदिरों से 11 अगस्त के 12 बजे से 13 अगस्त के सांय चार बजे तक बाहरी व्यक्तियों को प्रतिबन्धित रखा जाए.
साथ ही मुड़िया पूनों की तरह जन्माष्टमी पर भी बाहरी व्यक्तियों के आवागमन को रोका जाए. जिस पर जिलाधिकारी ने सभी प्रमुख मंदिर के प्रबंधकों से लिखित में अपना सुझाव देने की बात कही. तत्पश्चात ही जन्माष्टमी पर मंदिरों के संबंध में उचित निर्णय लिया जाएगा.
सोशल डिस्टेंसिंग से साथ मनायी जायेगी जन्माष्टमी
ऐसी परिस्थिति में कोरोनाकाल में बाहरी कृष्ण भक्त इस बार उनका मथुरा में जन्मोत्सव नहीं देख पायेंगे. साथ ही अन्य राज्यों में भी कोरोना के कहर के कारण इस बार जन्माष्टमी में पहले की भांति भीड़ नहीं देखने को मिलेगी. वहीं, कई जगहों पर महोत्सव से पहले ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग सहित कई नियमों को लेकर आगाह कर दिया गया है.