आज दिखेगा साल का पहला ‘Super Blood Moon’, जानिए क्या खास है इस चंदग्रहण में
डेस्क: 26 मई 2021 के दिन जहां एक ओर बैशाख पूर्णिमा है, जिसे बुद्धपूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, वहीं दूसरी ओर इस साल का पहला चंद्र ग्रहण (Super Blood Moon) भी होने वाला है। इस ग्रहण को पूरे देश में नहीं बल्कि देश के कुछ हिस्सों में ही देखा जा सकेगा।
2021 के पहले चंद्रग्रहण को Super Blood Moon नाम दिया गया है। दरअसल ग्रहण लगने के बाद चंद्रमा गहरे लाल रंग का दिखेगा। इस चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) के Super Blood Moon नाम होने के पीछे का कारण यही है।
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कब लगेगा ग्रहण?
ग्रहण की शुरुआत दोपहर के 2:17 बजे से ही हो जाएगी। शाम के 6:23 बजे ग्रहण समय होगी। ऐसे में जिन जगहों पर शाम के 6:23 बजे से पहले सूर्यास्त होगा, केवल वही साल का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) दिखेगा।
बता दें कि यह ग्रहण वृश्चिक राशि में और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा। इसके बाद साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को दिखेगा। जबकि कोलकाता में अंतिम बार पूर्ण चंद्र ग्रहण 10 साल पहले दिखा था।
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कहां-कहां दिखेगा Super Blood Moon?
कोलकाता के बिरला तारामंडल के निदेशक व प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक देवी प्रसाद दुआरी के अनुसार कोलकाता में आखरी पूर्ण चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) 10 साल पहले देखने को मिला था। 10 दिसंबर 2011 के दिन जो चंद्रग्रहण हुआ था, वही कोलकाता का आखरी पूर्ण चंद्रग्रहण था।
शब्दों की मानें तो पूर्वी एशिया, प्रशांत महासागर, उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका, के ज्यादातर हिस्सों में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया से भी पूर्ण चंद्रग्रहण (Super Blood Moon) को देखा जा सकता है। जबकि भारत में दिल्ली मुंबई और चेन्नई के लोग इस ग्रहण को नहीं देख पाएंगे।
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कैसे लगता है चंद्रग्रहण?
जब सूर्य धरती और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं तब धरती की छाया चंद्रमा पर पड़ने से चंद्र ग्रहण (Super Blood Moon) लगता है। ग्रहण की अवधि कुछ समय की ही होती है।
जैसा कि हम सब जानते हैं चंद्रमा पृथ्वी के चक्कर लगाती है और पृथ्वी सूर्य के चक्कर काटती है। एक दूसरे के चक्कर काटते हुए जब यह तीनों एक सीध में आ जाते हैं तब सूर्य के कारण पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। ऐसे में चंद्रमा की छाया से ढक जाती है। इसे ही चंद्रमा पर ग्रहण लगना कहते हैं।