प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए यह तक कर सकते हैं एसपीजी कमांडो, जानिए क्या छूट दी गई है कमांडो को
डेस्क: बीते दिनों प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान उन पर हमले की कोशिश का आरोप लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है प्रधानमंत्री के दौरे के लिए पंजाब सरकार ने उचित व्यवस्था नहीं की थी। माना जा रहा है कि यदि एसपीजी के कमांडो उस वक्त वहां नहीं होते तो पीएम पर हमला भी हो सकता था।
एसपीजी सुरक्षा को कहा जाता है दुनिया का सुरक्षित घेरा
ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात एसपीजी के कमांडो को कितनी छूट दी गई है? और जरूरत पड़ने पर वह क्या-क्या कर सकते हैं? बता दें कि एसपीजी कमांडो के सुरक्षा घेरे को दुनिया का सबसे सुरक्षित घेरा कहा जाता है। इनकी सुरक्षा 4 स्तर की होती है। पहले स्तर में एसपीजी की टीम के पास सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है।
पीएम के काफिले में 100 जवान होते हैं शामिल
हर समय 24 कमांडो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहे हैं। सभी कमांडोज के पास FNF – 2000 असाल्ट राइफल होती है। इसके अलावा इनके पास सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और दूसरे अत्याधुनिक हथियार भी होते हैं। प्रधानमंत्री के बुलेट प्रूफ कार के आगे पीछे काफिले में 2 आर्म्ड गाड़ियां चलती है। लावा नो हाई प्रोफाइल गाड़ियों के साथ एंबुलेंस और जैमर भी चलते हैं। प्रधानमंत्री के किसी भी काफिले में लगभग 100 जवान शामिल रहते हैं।
पीएम मोदी की सुरक्षा में प्रतिदिन करोड़ों का खर्च
बता दें कि एसपीजी के जवानों को प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए गोली चलाने के लिए किसी के भी परमिशन की जरूरत नहीं होती है। यदि ऐसा लगे कि पीएम की सुरक्षा के लिए गोली चलाना जरूरी है तो वह कुछ ही सेकंड में लाशों के ढेर बिछा सकते हैं। इसके लिए उन्हें प्रधानमंत्री के भी परमिशन की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन खतरा महसूस होने पर एसपीजी कमांडो पहले बिना हथियार के ही सूझबूझ से उस माहौल से निपटने की कोशिश करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में प्रतिदिन 1 करोड़ 62 लाख रुपए खर्च होते हैं।