दुनिया के टॉप 100 अमीरों में शामिल हुए राधाकिशन दमानी, जानिए कौन हैं और कितनी है संपत्ति
डेस्क: पिछले दिनों राधाकिशन दमानी काफी चर्चा में रहे। दरअसल उनके चर्चा में रहने का कारण उनके दुनिया के 100 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल होना था। राजस्थानी के मारवाड़ी परिवार के राधाकिशन ने अपने शुरुआती दिनों में काफी संघर्ष किया। कई बिजनेस करने के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिली। लेकिन आज राधाकिशन दमानी भारत के सबसे सफल व्यक्तियों में गिने जाते हैं।
सीधे-साधे परिवारिक व्यक्ति है दमानी
इतना सफल और प्रसिद्ध होने के बाद ही राधाकिशन एक सीधे-साधे व्यक्तित्व के इंसान हैं अपने पत्नी और बच्चों के साथ मुंबई के एक आलीशान घर में रहते हैं। शायद उनकी सीधी सादी जिंदगी ही यह वजह है कि आए दिन वह न्यूज़ चैनलों में इंटरव्यू देते नहीं दिखाई पड़ते। उनकी ईमानदारी के कारण सभी उन पर आंख बंद कर भरोसा भी करते हैं।
पिता के मृत्यु के बाद छोड़ दी थी पढ़ाई
बचपन से ही राधाकृष्ण दमानी ने काफी कठिनाइयों का सामना किया। उनका पालन पोषण किसी समृद्ध वातावरण में नहीं हुआ था। शुरुआत में वह राजस्थान के बीकानेर में ही अपने परिवार और भाई बहनों के साथ रहते थे। लेकिन बाद में अपने पिता के साथ में मुंबई शिफ्ट हो गए। मुंबई के दलाल स्ट्रीट में उनके पिता शेयर बाजार के एक दलाल थे। पिता के आकस्मिक मृत्यु के बाद राधाकिशन ने भी पढ़ाई छोड़ कर शेयर बाजार में स्टॉक्स की दलाली शुरू कर दी।
दलाली छोड़ खुद इन्वेस्ट करने की ठानी
कुछ समय तक शेयर बाजार में स्टॉक्स की दलाली करने के बाद उन्हें यह बात समझ में आ गया कि यदि बड़ा हाथ मारना है तो दलाली छोड़ कर खुद इन्वेस्ट करना होगा। इसके बाद उन्होंने शॉर्ट सेलिंग स्टॉक्स में इन्वेस्ट करना शुरू किया। शुरुआत में उन्हें कम मुनाफा हुआ लेकिन आगे चलकर राधाकिशन दमानी शेयर मार्केट में एक अलग व्यक्तित्व बन कर उभरे।
हर्षद मेहता घोटाले के खुलासे के बाद बने सफल
उन दिनों हर्षद मेहता काफी जाना माना नाम हुआ करता था जो पल भर में किसी भी स्टॉक को मैनिपुलेट करने की क्षमता रखता था। लेकिन राधाकिशन दमानी ने ईमानदारी से अपनी शॉर्ट सेलिंग स्टॉक का काम जारी रखा। हर्षद मेहता के घोटालों का खुलासा होने के बाद अचानक राधाकिशन दमानी के स्टॉक्स के भाव बढ़ने लगे और उनके संपत्ति में काफी तेजी से कई गुना वृद्धि हो गई। वह बहुत कम समय में ही सफल बन गए।
शेयर बाजार छोड़ शुरू की अपनी कंपनी
साल 2000 में दमानी ने शेयर बाजार को छोड़ने की ठान ली जिसके बाद उन्होंने डी मार्ट नाम की एक कंपनी की स्थापना की। इसकी स्थापना करने से पहले वह अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट के बिजनेस के तरीकों को समझने के लिए कई बार अमेरिका भी गए। आज पूरे भारत में डी मार्ट के 200 से भी अधिक मॉल्स हैं। अपने मॉल्स में दमानी अधिकतर अपने ब्रांड की ही सामानों को रखते हैं ताकि उनके कीमतों को वह खुद नियंत्रित कर सके। डी मार्ट के कम समय में इतना अधिक सफल होने का एक कारण यहां मिलने वाले सामानों की कम कीमत भी है।
दिन का अधिकांश समय शेयर बाजार में बिताते थे
साल 2000 में दमानी ने शेयर बाजार भले ही छोड़ दिया था लेकिन शेयर बाजार तथा अन्य कंपनियों में इन्वेस्ट करना उन्होंने आज भी बंद नहीं किया। आज के समय के भारत के बिजनेस टाइकून और चौथे सबसे अमीर व्यक्ति राधाकिशन दमानी आज भी दिन का अधिकांश समय शेयर बाजार में ही बिताते हैं। भले ही आज वह कई तरह के बिजनेस करते हैं लेकिन फिर भी उन्होंने शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना बंद नहीं किया। कहा जाता है कि जिस भी कंपनी के शेयर में दमानी इन्वेस्ट करते हैं उसका भाव आसमान छूने लगता है।
भारत के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति है दमानी
राधाकिशन दमानी की कुल संपत्ति 1.4 दो लाख करोड़ रुपए की है इसी के साथ वह भारत के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति है। बात करें उनके घर की तो मुंबई के जिस आलीशान घर में दमानी अपने परिवार के साथ रहते हैं उसकी कीमत लगभग 1000 करोड़ रुपए हैं। इसके अलावा भी दमानी कई और संपत्तियों के मालिक हैं। उनके गाड़ियों के कलेक्शन में ऑडी बीएमडब्ल्यू और रोल्स रॉयस जैसी गाड़ियां शामिल है।